एचआईवी एड्स के शुरुवाती लक्षण

पुणे : समाचार ऑनलाइन – एड्स यानी एक्वायर्ड इम्युनोडेफिशिएंसी सिन्ड्रोम एक बीमारी है जो ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस या एचआईवी (एचआईवी) के कारण होती है। एचआईवी संक्रमण होने के तुरंत बाद यह एक ‘फ्लू’ जैसी बीमारी होती है। फ्लू केवल कुछ दिनों तक रहता है और बहुत हल्का होता है इस कारण लोग इसे पहचान नहीं पाते। यह वायरस धीरे-धीरे व्यक्ति की संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम कर देता है। जब शरीर की प्रतिरोधक क्षमता इतनी कम हो जाती है कि वह संक्रमण का विरोध नहीं कर पाता, तो कहा जाता है कि व्यक्ति को एड्स हो गया है। एचआईवी संक्रमण को एड्स तक पहुंचे में 8 से 9 साल लग जाते हैं।

अगर किसी व्‍यक्ति को एड्स हो गया है और रोगी को एंटी-रेट्रोवायरल उपचार नहीं दिया जा रहा तो आमतौर पर 12 से 18 महीनों में उसकी मौत हो सकती है। एंटी-रेट्रोवायरल उपचार पर व्‍यक्ति लम्‍बे समय तक सामान्‍य जीवन व्‍यतीत कर सकता है, लेकिन ध्‍यान रहे यह इंफेक्‍शन कभी खत्‍म नहीं होता और रोगी को उम्रभर इसकी दवाओं का सेवन करना पड़ता है।

बता दें कि 1 1 दिसंबर को वर्ल्ड एड्स डे मनाया जाता है। इसका खास मकसद दुनिया भर के लोगों को एड्स या एचआईवी के प्रति जागरुक करना होता है, ताकि लोग इस बीमारी से खुद का बचाव कर सकें। एड्स असुरक्षित यौन संबंध के अलावा संक्रमित सुई, खून और अजन्मे बच्चे को उसके मां से भी हो सकता है। एड्स से दुनिया भर में लगभग 36 मिलियन लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

HIV के शुरुआती लक्षण इस प्रकार हैं –
1. लंबे समय से बुखार होना: एचआईवी से संक्रमित व्‍यक्‍ति को दो से चार सप्ताह के लिए बुखार रह सकता है। रात के समय पसीना आता है जिससे रात की नींद टूट जाती है। इस प्रकार के संकेत से यह प्रदर्शित होता है कि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो चुकी है।

2. थकान और कमजोरी महसूस होना: यदि आपको पिछले कुछ दिनों से काफी ज्‍याद ज्‍यादा थकान या बिना कुछ किए ही कमजोरी महसूस हो रही है तो यह एचआईवी के शुरूआती लक्षण हो सकते हैं।

3. गला पकना या दर्द महसूस होना: एचआईवी एड्स के शुरूआती सामान्य लक्षण में रोगियों को बुखार के साथ उनके गले में भी तकलीफ होती है। बुखार से पहले गले में खराश आ जाती है जिससे खाना खाने तथा कुछ भी निगलने में तकलीफ का अनुभव होता है। और कई बार मुंह में अल्सर भी हो जाता है।

4. मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द: इस लक्षण में रोगी के जोड़ों में तकरीबन 2 से 24 घंटे के बीच तक दर्द बना रहता है। यही नहीं कुछ लोगों को पीठ में दर्द और ऑस्टियोपोरोसिस की की भी शिकायत होती है।

5. वजन में कमी आना: एड्स के रोगी का वजन अचानक ना घट कर बल्‍कि धीरे धीरे घटता है। इससे शरीर के सिस्‍टम पर तेजी से प्रभाव पड़ता है और वजन में कमी आती है। आप वजन घटाने की कोशिश भी नहीं कर रहे होंगे मगर वजन में गिरावट आती जाएगी।

ऐसे नहीं फैलता –
-एचआईवी कभी भी एक ही वातावरण में सांस लेने से नहीं फ़ैलता।

– गले मिलने, किस करने और हाथ मिलाने से भी यह नहीं फ़ैलता है।

– एक ही बर्तन में खाने से नहीं फ़ैलता।

– एक ही नल से नहाने से ये नहीं फ़ैलता।

– निजी वस्तुएं एक दूसरे के साथ साझा करने से एचआईवी नहीं फ़ैलता।

– जिम में कसरत करने के उपकरणों को साझा करने से ये नहीं फ़ैलता।

– टॉयलट सीट छूने, दरवाज़े की कुंडी या हैंडल छूने से ये नहीं फ़ैलता।

क्या हैं रोकथाम –

– लेटेक्स कॉन्‍डोम का सही और लगातार उपयोग करें, ध्यान रखें कि कंडोम सुरक्षा प्रदान करते हैं लेकिन कंडोम का उपयोग करके जोखिम पूरी तरह से समाप्त नहीं होता है।

– नशीली दवाओं के दुरुपयोग से बचें.कभी भी इस्‍तेमाल की गई सूई से इंजेक्‍शन न लगवाएं।

– पैसे लेकर ब्‍लड देने वाले डोनर से बचें।

– जितनी जल्दी हो सके एक योग्य डॉक्‍टर से सम्‍पर्क करें और अपने साथी के भी जरूरी टेस्‍ट करवाएं।

– कैजुअल सेक्‍स से बचें।