ऐसे फरार हुआ था कुख्यात डॉ. बॉम्ब 

 

कानपुर/मुंबई :  समाचार ऑनलाइन – कुख्यात डॉ. बॉम्ब के रूप में प्रसिद्ध डॉ. जलीस अंसारी को शुक्रवार को कानपूर से गिरफ्तार कर लिया गया. पेरोल पर छूटने के बाद से अंसारी फरार था. पुलिस ने उसे फिर से गिरफ्तार करके पूछताछ शुरू की है. एक पांच साल के बच्चे की मदद से लखनऊ जाने के लिए कानपूर स्टेशन में छिपे होने की जानकारी दी है.

अंसारी दवारा  फरार होने के पीछे दिए गए कारण ने पुलिस का सिर चक्रा दिया है. करीब 26 वर्षों के बाद पेरोल   पर छूटा अंसारी घर गया था. इसके बाद उसका पत्नी और बच्चों के साथ झगड़ा होता था. इस झगडे से अंसारी तंग आ गया. इसके बाद वह आग्रीपाड़ा के घर से सुबह निकल गया. घर के बाहर से उसने टेक्सी पकड़ी और भायखला स्टेशन गया. भायखला स्टेशन  लोकल पकड़ कर कल्याण गया. सुबह करीब 9. 30 के आसपास उसने पुष्पक एक्सप्रेस से कानपूर आ गया. कानपूर में फेथफुलगंज के एक मस्जिद में उसने आसरा लिया। एक स्थानीय की मदद से वह कानपूर स्टेशन गया. इस दौरान अंसारी के साथ एक पांच साल का बच्चा भी था. वह बोट पकड़ कर स्टेशन की तरफ जाने लगा. इस बच्चे के पिता भी उसके साथ थे. कानपूर स्टेशन आने के बाद उसने बच्चे को उसके पिता के पास छोड़ दिया। लखनऊ जाने वाली ट्रेन का पता करने के दौरान पुलिस ने उसे पकड़ लिया। फ़िलहाल पूछताछ चल रहे है.
अंसारी मुंबई से फरार होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस को अलर्ट कर दिया गया था. अंसारी मूल रूप से मुंबई का रहने वाला है।  उसे राजस्थान के सेन्ट्रल जेल से 21 दिनों की पेरोल पर छोड़ा गया था. उसे शुक्रवार को सरेंडर करना था. एक अधिकारी ने बताया कि पेरोल के दौरान अंसारी रोज सुबह 10. 30 से 12 बजे के बीच मुंबई के आग्रीपाड़ा पुलिस स्टेशन जाकर हाज़री लगाता था. गुरुवार को वह आया नहीं। दोपहर में अंसारी का 35 वर्षीय बीटा जेद अंसारी पुलिस स्टेशन आया और पिता के गायब होने की शिकायत दर्ज कराई।  घर में नमाज पढ़ने की बात कहकर वह गायब हो गया था.