फरार कुख्यात अपराधी निलेश बसवंत को क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार

पुणे : कोर्ट में फर्जी कागजात देकर जमानत लेने के बाद फरार हुए कुख्यात अपराधी निलेश श्रीनिवास बसवंत (उम्र 32) को क्राइम ब्रांच की युनिट 1 ने गिरफ्तार किया है। खेड शिवापुर टोलनाके के पास उसे पकड़ा।

इस मामले में शिवाजी नगर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। इस बारे में क्राइम ब्रांच एंटी ड्रग्स टीम के पुलिस निरीक्षक विनायक गायकवाड ने शिकायत दर्ज कराई थी। कोंढवा पुलिस थाने में 2015 में बसवंत के साथ अन्य पर हत्या की कोशिश का मामला दर्ज है। इस अपराध में उसके साथ अन्य आरोपियों पर मकोका के अनुसार कार्रवाई की गई है। उसके बाद वसवंत को गिरफ्तार किया गया। वो जेल में था। पिछले साल जुलाई महीने में कोर्ट ने उसे जमानत दे दी। उस समय उसने कैंसर होने का बहाना करते हुए सातारा के ऑनेको कैंसर सेंटर शेंद्रे के लेटर हेड पर मेडिकल सर्टिफिकेट कोर्ट में पेश किया। इसमें 4 कीमोथेरेपी जरूरी होने की बात स्पष्ट की गई थी।

इस जमानत के समय पेश किए गए मेडिकल सर्टिफिकेट के बारे में जांच पड़ताल करने का आदेश वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने निरीक्षक विनायक गायकवाड को दिया था। इसके अनुसार उन्होने इस मेडिकल सर्टिफिकेट की जांच की। उसमे यह सामने आया कि मेडिकल सर्टिफिकेट फर्जी है। इस मामले में संबंधित डॉक्टर को पूछताछ के लिए बुलाया गया। उनका जबाब लिया गया। उन्होने कहा कि मैंने कोई सर्टिफिकेट नहीं दिया है। साथ ही उस पर की गई साइन भी फर्जी है। इस मेडिकल सर्टिफिकेट को बनाने में किसी ने मदद की क्या, इसकी जांच शुरू थी। इसी बीच बसवंत फरार हो गया। उसे ढूंढा जा रहा था। हालांकि वो मिल नहीं रहा था। क्राइम ब्रांच उसके पीछे थी। इसी बीच जानकारी मिली कि वो कोल्हापुर में है। इसके अनुसार पूरी जानकारी ली गई।  जैसे ही पता चला कि वो खेड शिवापूर टोल नाके के पास है वैसे ही उसे हिरासत में लिया गया।

निलेश बसवंत कुख्यात अपराधी बापू नायर की टोली का सदस्य है। उस पर 12 गंभीर मामले दर्ज हैं। टोली का प्रमुख नायर अभी जेल में है। यह कारवाई उपायुक्त श्रीनिवास घाडगे के मार्गदर्शन में वरिष्ठ निरीक्षक सुनील ताकवले, उपनिरीक्षक सुनील कुलकर्णी की टीम ने की।