शिकायतकर्ता ही निकला सेंधमार; 4 गिरफ्तार, 9 लाख का माल बरामद

पिंपरी। करीबन आठ दिन पहले पिंपरी चिंचवड़ के सांगवी इलाके में हुई सेंधमारी की एक वारदात की छानबीन में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस वारदात के बारे में शिकायत दर्ज करानेवाला शिकायतकर्ता ही सेंधमारी की वारदात में शामिल रहने की जानकारी सामने आई है। सांगवी पुलिस ने इस मामले में शिकायतकर्ता और सेंधमारी के ही दूसरे मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से नौ लाख 1870 रुपए का माल बरामद किया गया है।
इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों में विकी बाजीराव पाटील (20, निवासी ढोरेनगर, जुनी सांगवी, पुणे), तोहेब फय्याज खान (29), विशाल बालू माने (32, दोनों निवासी खडकी, पुणे), योगेश उर्फ घा-या संजय यादव (28, निवासी धानोरी रोड, विश्रांतवाडी, पुणे) का समावेश है। इनमें से एक मामले में खुद विकी पाटिल ने ही सेंधमारी की वारदात की शिकायत दर्ज कराई थी।मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में पुलिस आयुक्त कृष्णप्रकाश ने बताया कि, 21 दिसंबर को सांगवी पुलिस थाने में सेंधमारी का एक मामला दर्ज हुआ। इसमें ढाई लाख रुपए के सोने के जेवर, 6 हजार रुपए नकद कुल दो लाख 56 हजार रुपए की चोरी हुई थी।
इस बारे में विकी पाटिल ने शिकायत दर्ज कराई थी। जब पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की तब विकी पर ही शक गया। कड़ाई से की गई पूछताछ में उसने वारदात स्वीकार ली। उसके पास से ढाई लाख के जेवर बरामद किए गए। इसके अलावा 27 दिसंबर को दर्ज हुए सेंधमारी के एक अन्य मामले में पुलिस ने तोहेब, विशाल और योगेश को गिरफ्तार कर उनके पास से तीन लाख 51 हजार 870 रुपये के सोने के जेवर, वारदात में इस्तेमाल की गई स्कार्पियो जीप कुल 6 लाख 51 हजार 870 रुपये का माल बरामद किया गया है। इस कार्रवाई को सांगवी थाने के पुलिस निरीक्षक अजय भोसले, उपनिरीक्षक यशवंत सालुंखे, कर्मचारी चंद्रकांत भिसे, चिंचकर, कैलास केंगले, सुरेश भोजने, रोहिदास बो-हाडे, अरुण नराले, विजय मोरे, प्रवीण पाटील, शशिकांत देवकांत, नितीन खोपकर, अनिल देवकर, हेमंत कुमार गुत्तीकोंडा, दीपक पिसे, शिमोन चांदेकर, नूतन कोंडे की टीम ने अंजाम दिया।