55 विधायकों के बूते मुख्यमंत्री हो सकता है वैसे 50 नगरसेवकों के बूते बनेगा शिवसेना का महापौर

पिंपरी : पुणे समाचार ऑनलाइन  (Punesamachar Online) – आगामी पिंपरी चिंचवड़ मनपा चुनाव की तैयारी की कड़ी में शुक्रवार को शिवसेना (ShivSena ) नेता व सांसद संजय राउत की मौजूदगी में आकुर्डी में तीन विधानसभा चुनाव क्षेत्रवार शिवसेना पदाधिकारियों का सम्मेलन संपन्न हुआ। इस दौरान संवाददाताओं से की गई बातचीत में उन्होंने मनपा चुनाव के लिए शिवसेना की रणनीति स्पष्ट की। पिंपरी चिंचवड़ का महापौर शिवसेना का ही हो इस लिहाज से शिवसैनिक तैयारियों में जुट गए हैं। आगामी चुनाव में पार्टी के 50 नगरसेवक चुनकर लाने का लक्ष्य तय किया गया है। इतने नगरसेवकों पर महापौर पद कैसे हासिल होगा? इस सवाल के जवाब में सांसद राउत ने कहा कि, जैसे 55 विधायकों के बूते मुख्यमंत्री बन सका वैसे ही 50 नगरसेवकों के बूते शिवसेना का महापौर भी बनेगा।

उन्होंने आगे कहा, पिछले चुनाव में भाजपा ने भय और भ्रष्टाचार मुक्त पिंपरी चिंचवड की घोषणा की लेकिन इन पांच सालों में न भय खत्म हुआ न भ्रष्टाचार। उल्टे भ्रष्टाचार बढ़ गया है, यहां के दोनों विधायक और प्रमुख नेता मनपा की ठेकेदारी में मशगूल है और इससे जनता के पैसों की लूटखसोट शुरू है। इस पर मुंबई में बैठे भाजपा के प्रमुख नेताओं को बोलना चाहिए। अब शिवसेना इसी मुद्दे पर मनपा चुनाव के मैदान में उतरेगी और मनपा का कामकाज कैसे चलाया जाता है, शहर कैसे रखना चाहिए, लोगों को सुरक्षा कैसे दी जाय और भय व भ्रष्टाचार मुक्त माहौल कैसे होना चाहिए, यह शिवसेना दिखाएगी। मुंबई, ठाणे, औरंगाबाद में शिवसेना लोगों को अपनी और अपना आधार लगती है। पिंपरी चिंचवड़ में भी लोगों को शिवसेना उनकी अपनी और वे शिवसेना के यह दिखा दिया जाएगा। अभी मनपा में भाजपा की सत्ता है उसमें आधे से ज्यादा राष्ट्रवादी कांग्रेस और कांग्रेस के लोग हैं। मूल भाजपाई है ही कहाँ? अभी चुनाव नजदीक आये तो इनमें से आधे लोग राष्ट्रवादी में लौट जाएंगे। ओरिजनल पार्टी केवल शिवसेना ही है। इस तरह से मेंढक जैसे उछल कूद करने भर से शहर भय और भ्रष्टाचार मुक्त कैसे हो सकता है? यहां- वहां जानेवाले सिर्फ स्वार्थ के लिए ही रहते हैं उनका मनपा या शहर से कुछ लेना देना नहीं होता।

मनपा चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस, कांग्रेस के साथ गठबंधन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि, महाराष्ट्र में महाविकास आघाडी की सरकार निश्चित है। मनपा चुनाव में गठबंधन के बारे सही समय पर सही फैसला होगा। अगर सीटों का बंटवारा सम्मानजनक होगा तो गठबंधन की चर्चा निश्चित की जा सकती है, यह भी उन्होंने एक सवाल के जवाब में स्पष्ट किया। मनपा में भ्रष्टाचार के तमाम मामले मंत्रालय तक पहुंच चुके हैं। स्मार्ट सिटी के काम में भाजपा विधायक प्रसाद लाड के परिवार के सदस्य निदेशक रही कंपनी द्वारा करोड़ों रुपये के घोटाले किये जाने का पर्दाफाश सुलभा उबाले ने किया है। यह एक गंभीर मामला है, अब हमारा सवाल है कि ईडी या सीबीआई यहां क्यों नहीं जा रही है। सांसद राउत ने कहा, स्मार्ट सिटी के काम में भ्रष्टाचार से जुड़े सभी दस्तावेज ईडी को भेजे जाएंगे क्योंकि इस तरह की जांच आजकल सरकार नहीं बल्कि ईडी ही करती है। इस संवाददाता सम्मेलन में सांसद श्रीरंग बारणे, उपनेता रविंद्र मिर्लेकर, पूर्व सांसद व उपनेता शिवाजीराव आढलराव पाटील, न्यूनतम वेतन सलाहकार मंडल के अध्यक्ष रघुनाथ कुचिक, राज्य संगठक गोविंद घोलवे, सहसंपर्कप्रमुख योगेश बाबर, शहरप्रमुख सचिन भोसले, पूर्व विधायक गौतम चाबुकस्वार, जिला संगठक सुलभा उबाले, शिवसेना गटनेते राहुल कलाटे, नगरसेवक अमित गावडे उपस्थित थे।

Web Tital : The Chief Minister can be on the basis of 55 MLAs, although the mayor of ShivSena will be made on the basis of 50 corporators.

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