Whatsapp की बड़ी खामी आयी सामने, केवल एक मिस्ड कॉल से आपके मोबाइल में हो सकती है ये बड़ी गड़बड़ी

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाईन –लगातार पिछले कुछ महीनों से फेसबुक एक के बाद एक विवादों में घिरता जा रहा है। ऐसा लगता है कि विवाद और फेसबुक 

एक-दूसरे के पूरक हो गए हैं और दोनों एक-दूसरे का साथ छोड़ने को तैयार नहीं है। फेसबुक पर डाटा लीक होने के बाद अब उसकी अपने अधिकार क्षेत्र वाली कंपनी व्हाट्सअप की भी एक बड़ी खामी सामने आई है। इस खामी के जरिये अब हैंकर्स व्हाट्सअप पर किसी भी फोन का इस्तेमाल कर सेंध लगा सकते हैं। ये एक सरकारी टूल है जो ज्यादातर सरकार को दी जाती है।

इस लीक का फायदा हैंकर्स बड़ी आसानी से उठा सकते हैं। हैंकर्स स्मार्टफोन यूजर के फोन को स्पाईवेयर के जरिए प्रभावित कर सकता है। इसके लिए किसी भी तरह के वॉयस कॉल की जरूरत नहीं होगी। हैंकर्स यूजर के नंबर पर वॉयस कॉल करके व्हाट्सअप की कमी का फायदा उठाते हुए उस मोबाइल में स्पाईवेयर इंस्टॉल कर सकता है.

वॉयस कॉल के जरिये उठाया जा सकता हैं फायदा

 हैकर्स यूजर के स्मार्टफोन को स्पाइवेयर के जरिए इनफेक्ट भी कर सकते हैं। इस इनफेक्ट के लिए किसी भी प्रकार के वॉयस कॉल की जरूरत नहीं होती है। हैकर्स टार्गेट यूजर के नंबर पर वॉयस कॉल करके व्हाट्सअप की खामी का फायदा उठाते हुए उस मोबाइल में स्पाइवेयर इंस्टॉल कर सकता है।

हैंकर्स व्हाट्सअप की इस खामी की वजह से स्मार्टफोन के चैट्स, कैमरा, कॉल, माइक्रोफोन, फोटोज और कॉन्ट्रैक्ट्स सहित फोन में मौजूद सभी फाइलों को आसानी से खोल सकता है।

व्हाट्सअप ने मानी अपनी गलती

इस बात को खुद व्हाट्सअप ने भी माना है कि उसकी इस कमी की वजह से व्हाट्सअप पर सिर्फ मिस्ड कॉल करके इसे स्पाईवेयर कर प्रभावित किया जा सकता है, लेकिन उस कमी को अब दूर कर लिया गया है।

व्हाट्सअप का कहना है कि व्हाट्सअप की इस कमी को कंपनी ने मई में ढूंढा था और इसके लिए एडवांस्ड साइबर एक्टर दोषी है। एडवांस्ड साइबर एक्टर्स ने इससे कितने नंबरों को प्रभावित किया है, फिलहाल बताया नहीं जा सकता है। कंपनी की तरफ से यह भी बताया गया कि इस अटैक में वह सभी जरूरी हॉलमार्क मौजूद है जो प्राइवेट कंपनी में होते हैं और जो सरकार के साथ मिलकर फोन को प्रभावित करते हैं।