फिर चुनावी जुमला न बन जाय शास्ति से मुक्ति की घोषणा

पिंपरी : संवाददाता- अवैध निर्माणों से प्रॉपर्टी टैक्स के तीन गुना वसूले जानेवाले शास्तिकर से मुक्ति दिलाने को लेकर आनेवाले पखवाड़े में फैसला करने की घोषणा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बीते दिन पिंपरी चिंचवड में की। इस पर गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन के जरिए शिवसेना के सांसद श्रीरंग बारणे ने टिप्पणी की कि, आनेवाले चुनावों के मद्देनजर मुख्यमंत्री की यह घोषणा चुनावी जुमला न साबित हो। क्योंकि अवैध निर्माणों के नियमितीकरण और शास्तिकर माफी के मुद्दे पर काफी सियासत हो चुकी है और सत्ता पलट भी हुआ है। अब वक्त लोगों को इससे निजात दिलाने और उन्हें परोक्ष लाभ देने का है।
अवैध निर्माणकार्यों के नियमितीकरण और शास्तिकर माफी पिंपरी चिंचवड के ज्वलंत मुद्दों में सबमें ऊपर है। इन मुद्दों पर अब तक कई चुनाव लड़े और जीते जा चुके हैं। सत्ता परिवर्तन के लिए ये मुद्दे सबसे ज्यादा जिम्मेदार माने गए। कल मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पिंपरी चिंचवड शहर में पधारे थे। तब भाजपा विधायक लक्ष्मण जगताप, महेश लांडगे और महापौर राहुल जाधव ने शास्तिकर माफी के लंबित मुद्दे का भय अपने- अपने भाषणों में जताया। मुख्यमंत्री ने भी रोजाना शास्तिकर संबन्धी एक मैसेज मिलने की जानकारी देते हुए 15 दिन के भीतर इसका फैसला करने की घोषणा की। साथ ही इसके आगे अवैध निर्माण न होने पाए, इसका ध्यान रखने की हिदायत भी दी। इस पृष्ठभूमि पर शिवसेना के सांसद श्रीरंग बारणे ने विधायक गौतम चाबुकस्वार के साथ मनपा आयुक्त से इसका फैसला होने तक शास्तिकर अलग रख मूल प्रॉपर्टी टैक्स लेने की मांग की।
इसके बाद संवाददाताओं के साथ की गई बातचीत में उन्होंने मुख्यमंत्री की इस बार की घोषणा चुनावी जुमला न बनकर रह जाए, यह टिप्पणी की। पिछले फैसले में  600 वर्ग फीट तक के अवैध निर्माणों को शास्तिकर माफी दी गई जबकि मांग शास्तिकर हटाने की हो रही है। सभी अवैध निर्माणों के लिए यह कर माफ करने और अवैध निर्माणों के नियमितीकरण के लिए जटिल शर्तें और शुल्क हटाने की मांग भी उन्होंने की। विधायक चाबुकस्वार ने एमआईडीसी द्वारा शाहूनगर, संभाजीनगर के अवैध निर्माणों के नियमितीकरण के लिए नाममात्र शुल्क निर्धारण की ओर ध्यानाकर्षित किया। साथ ही झुग्गी पुनर्वसन के बिना पिंपरी चिंचवड स्मार्ट सिटी नहीं बन सकेगा क्योंकि शहर में 40 फीसदी हिस्सा झुग्गी बस्तियों का है। इस संवाददाता सम्मेलन में शिवसेना के शहरप्रमुख योगेश बाबर, गजानन चिंचवडे, नगरसेविका अश्विनी चिंचवड़े, उर्मिला कालभोर, रोमी संधू, मारुति भापकर आदि उपस्थित थे।