राज्य में 12वीं की परीक्षा होगी रद्द, मंत्रिमंडल का निर्णय, प्राधिकरण के निर्णय से उच्च न्यायालय को कराया जाएगा अवगत

मुंबई : कोरोना प्रकोप के मद्देनजर बुधवार को राज्य कैबिनेट की बैठक में राज्य शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित बारहवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया गया। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की मंजूरी के बाद इस निर्णय के बारे में उच्च न्यायालय को सूचित किया जाएगा।

मंत्रिमंडल की बैठक में परीक्षा रद्द करने पर सहमति बनी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सभी की राय मांगी। कोरोना का प्रकोप बना हुआ है, ऐसे में परीक्षा लेकर बच्चों, अभिभावकों, शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के जीवन को खतरे में डालना उचित नहीं होगा। मंत्री ने कहा कि उन्हीं मानदंडों पर बारहवीं कक्षा की परीक्षा रद्द करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। मुख्यमंत्री ठाकरे की अध्यक्षता में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में निर्णय लिया जाएगा और उच्च न्यायालय को सूचित किया जाएगा।

12वीं की परीक्षा को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग का प्रस्ताव राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को भेज दिया गया है। इसके अनुसार प्राधिकरण फैसला करेगा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पहले स्पष्ट किया था कि केंद्र और राज्य सरकारों की भूमिका में सामंजस्य होना चाहिए।

-वर्षा गायकवाड, मंत्री, स्कूल शिक्षा

क्या होगा फॉर्मूला?

बिना परीक्षा लिए 12वीं की परीक्षा का परिणाम कैसे देना है, इसका फार्मूला शिक्षा विभाग तय करेगा। हालांकि यह नौवीं, दसवीं और ग्यारहवीं कक्षा के अंकों का औसत निकाल कर रिजल्ट देना, यह एक विकल्प है, लेकिन समस्या यह है कि ग्यारहवीं की परीक्षा पिछले साल नहीं हुई थी। साथ ही डिग्री प्रवेश के लिए सीईटी विकल्प पर भी विचार किया जा सकता है।