ठाकरे सरकार न राम की और न ही काम की : आठवले

पालघर: मराठा समाज को स्वतंत्र आरक्षण दे और जाति आधारित जनगणना की मांग रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के नेता और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने की है।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर इस पर चर्चा करने की बात आठवले ने कही है। इस मौके पर हमेशा की तरह अपने काव्यात्मक शैली से उद्धव सरकार पर निशाना भी साधा।

रिपाई की ओर से विक्रमगड के दिवेकर वाडी में आदिवासी बहुजन सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस मौके पर आठवले ने जाति आधारित जनगणना करने की मांग की है।  उन्होने कहा कि उद्धव जी की सरकार न तो राम की, ना ही भीमा की और ना ही काम की है।

स्वतंत्र कोटे में आरक्षण दे

मराठा समाज को एससी, एसटी और ओबीसी कोटे में आरक्षण न दे। उन्हे अलग केटेगरी में आरक्षण दे। सवर्ण गरीबो को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का कानून केंद्र सरकार ने बनाया है। उसमे देश के मराठा, राजपूत आदि क्षत्रिय समाज को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का कानून बनाए। आगामी जनगणना जाति के आधार पर करे। जाति के आधार पर जनगणना करने से जातियता नहीं बढ़ेगी बल्कि प्रत्येक जाति को उसकी संख्या के अनुसार न्याय मिलेगा।

पीने के पानी की समस्या गंभीर

पालघर में 8 तालुके दुर्गम हैं।  उसमे से एक विक्रमगड तालुका है। इस क्षेत्र में पीने के पानी की समस्या गंभीर है। मनरेगा में काम करने वाले आदिवासियो को अभी तक राज्य सरकार ने वेतन नहीं दिए हैं। यह गलत बात है। राज्य की महाविकास अघाडी सरकार किसी काम की नहीं है। आरपीआई और कुणबी सेना एक साथ आई तो राज्य में बड़ी सामाजिक और राजनीतिक क्रांति होगी। आठवले ने कहा  कि पालघरमें डॉ बाबासाहेब आम्बेडकर भवन और आदिवासी भवन की मांग हो रही है, इसे पूरा करने का प्रयत्न हम करेंगे।