‘तेरी ज़ात ज़ात एक शिफात है’ एक खूबसूरत गाना जो उस्ताद मकबूल अहमद साबरी की याद दिलाएगी

ऑनलाइन टीम- टिप्स इबादत नया गाना ‘तेरी जात जात ए शिफात है’ एक ऐसा गाना है जो आपकी आत्मा को सकारात्मकता और भक्ति के रस में डुबो देगा। इसे स्वर्गीय उस्ताद मकबूल अहमद साबरी ने लिखा था और इसे उनके बेटे व शिष्य शुमैल ने गाया है।

तेरी ज़ात ज़ात ए शिफ़ात है जिसका अर्थ है “आपका सार गुणों का सार है”, स्वर्गीय उस्ताद मकबूल अहमद सबरी द्वारा लिखा और कम्पोज्ड किया गया एक खूबसूरत नज़्म है। मकबूल अहमद साबरी ब्रदर्स कव्वाली समूह के संस्थापक सदस्य थे और कव्वालियों को पश्चिम में ले जाने के लिए जाने जाते हैं।

शुमैल ने कहा कि यह ट्रैक मेरे दिल के बहुत करीब है क्योंकि इसे मेरे प्यारे पिता और मेरे उस्ताद ने लिखा है, उन्होने मुझे ट्रेंड भी किया और मुझे संगीत की खूबसूरत दुनिया दी। मुझे बहुत खुशी है कि इसे टिप्स इबादत पर रिलीज किया जाएगा और निश्चित रूप से यह सभी के दिल में एक खास जगह बनाएगा।

कुमार तौरानी ने कहा कि “शुमैल ने विभिन्न कव्वाली, हमद और ग़ज़ल रिकॉर्ड किया हैं। तेरी ज़ात ज़ात ए शिफ़ात है को खूबसूरती से लिखा गया है, सर्वशक्तिमान के सार की प्रशंसा करते हुए इसमे जान फूंक दी गई है।”