एक लाख की घूस लेते धराई गई तहसीलदार

पुणे , संवाददाता- खनिज की अवैध ट्रांसपोर्टेशन के खिलाफ कार्रवाई न करने के लिए पुणे जिले के आंबेगांव की तहसीलदार व लिपिक को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) पुणे की टीम ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। सुषमा पांडुरंग पैकेकरी (41, निवासी तहसीलदार निवास, घोडेगांव, जिला पुणे) ऐसा तहसीलदार और राकेश दिनकर लाडके (32, निवासी गोरेगांव ,आव्हाट, खेड, जिला पुणे) ऐसा गिरफ्तार किए गए लिपिक का नाम है।

एसीबी के अनुसार, शिकायकर्ता का गौण खनिज ट्रांसपोर्टेशन का व्यवसाय है। उसके खिलाफ कार्रवाई कर उसके वाहन जब्त किए गए हैं। इसके अलावा शिकायतकर्ता ने कुरवंडी गांव में खेत तालाब खोदने का काम मिला है, उसके गौण खनिज ट्रांसपोर्टेशन की अनुमति के लिए आंबेगांव तहसीलदार कार्यालय में अर्जी दी थी। दोनों कामों के लिए 50- 50 हजार के हिसाब से एक लाख रूपए की रिश्वत मांगी गई। राकेश लाडके को पैसे देने के लिए तहसीलदार पैकेकरी ने कहा। इसके अनुसार पैसे स्वीकारते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया।

ग्रामसेविका भी रंगेहाथ पकड़ा

इस कार्रवाई को एसीबी के अप्पर पुलिस अधीक्ष दिलीप बोरस्ते, उप अधीक्षक दत्तात्रय भापकर, सीमा मेहंदले के नेतृत्व वाली टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। इस कार्रवाई के दूसरे दिन मंगलवार को जुन्नर तालुका के नागापुर जाधववाडी की ग्राम सेविका सायरा बानू हमीद पटेल (42) निवासी निमगावसावा, जुन्नर, जिला पुणे को दो हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया। उन्होंने शिकायतकर्ता को मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए रिश्वत मांगी थी। इस शिकायत की पुष्टि करने के बाद एसीबी ने जाल बिछाकर पटेल को रंगेहाथ पकड़ लिया।