मानसून में स्वाइन फ्लू का मुंह खुला, मुंबई में पहली मौत

मुंबई : समाचार ऑनलाईन – मुंबई में हर मानसून में लोग जलजमाव, कीचड़, घरों में पानी घुसने और दूसरे तमाम वजहों से परेशानी में पड़ जाते हैं. बीएमसी हर बार अपने खराब कामकाज को लेकर सवालों में घिर जाती है. लेकिन इसी मानसून में कुछ जानलेवा बीमारियां भी अपना पैर पसारने लगती है जिसके बाद लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी हो जाती है. इस मानसून में स्वाइन फ्लू ने दस्तक दे दी है और उसने पहली जान लेकर अपने घातक होने का सबूत भी दे दिया है.

मानसून में मुंबईकरों के लिए एक चिंता की खबर है. मुंबई में एक महिला की मौत स्वाइन फ्लू (क1छ1) से हो गई. इस मानसून में क1छ1 से होने वाली यह पहली मौत है. 26 वर्षीय पीड़ित महिला गोवंडी की रहने वाली थी. इसके पहले स्वाइन फ्लू से मुंबई में चार और प्रदेश में कुल 191 लोगों की जान जा चुकी है.

बताया जाता है कि इस बीमार महिला को गत दिन को हॉस्पिटल में दाखिल किया गया था लेकिन रविवार को ही इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. जबकि एक अन्य डॉक्टर का कहना है कि डेंगू और मलेरिया के भी मामले भी सामने आ रहे हैं लेकिन अभी यह चिंताजनक नहीं है.

इस बारे में हॉस्पिटल के एक डॉक्टर ने बताया कि महिला को सुगर की भी बीमारी थी, जबकि इस बारे में बीएमसी स्वास्थ्य विभाग की कार्यकारी अधिकारी डॉ. पद्मजा केसकर ने कहा कि मरीज की मौत स्वाइन फ्लू से हुई है या नहीं, इसकी जांच के लिए जल्द ही एक बैठक की जाएगी.

इस उम्र के लोगों का रखें ध्यान

1. 0-5 साल के बच्चे, 60 साल से ऊपर हो चुके बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं, किडनी, हार्ट, डायबीटीज के मरीज
स्वाइन फ्लू के लक्ष्ण
2. सर्दी होना, नाक बंद, सिर दर्द, बदन दर्द, जकड़न, थकान, बुखार
करें यह बचाव
3. आसपास सफाई रखें, बाहर की खाद्य वस्तुएं न खाएं, छींकतें समय मुंह पर रुमाल रखें, हाथ-मुंह साबुन से धोते रहना चाहिए.
4. डॉक्टर के अनुसार अगर व्यक्ति बीमार नहीं है तो भी उसे सजग रहना चाहिए. खासकर बारिश में और भी ध्यान देना चाहिए.