अब यह रेलवे स्टेशन भी गया निजी हाथों में

नई दिल्ली:

मध्यप्रदेश के हबीबगंज के बाद अब एक और रेलवे स्टेशन को निजी हाथों में देने की तैयारी चल रही है। रेलवे ने गुजरात के सूरत जंक्शन को इस लिस्ट में शामिल कर लिया है। रेल मंत्रालय इस स्टेशन पर पुनर्विकास करने के लिए एक लाख करोड़ रुपए का खर्चा करेगा। अधिकारियों ने बताया कि रेलवे स्टेशन विकास निगम लिमिटेड (आईआरएसडीसी), सूरत नगर निगम और गुजरात राज्य पथ परिवहन निगम के संयुक्त उपक्रम सिटको ने स्टेशन पर मल्टी मोडल परिवहन केंद्र विकसित करने के लिये रिक्वेस्ट फॉर क्वालिफिकेशन (आरएफक्यू) और रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) आमंत्रित किए हैं।

2020 तक होगा तैयार
आईआरएसडीसी के मुताबिक यह रेलवे स्टेशन 2020 तक बनकर तैयार होगा। यह रेलवे स्टेशन 3, 19, 700 वर्ग मीटर में बनेगा इसमें 40, 724 वर्ग मीटर क्षेत्र में बस टर्मिनल भी बनेगा। इस बस टर्मिनल से यात्रियों को भी ट्रेन में चढ़ने-उतरने के बाद अपने गंतव्य स्थान के लिए बस भी मिलेगी।

रेलवे को नुकसान भी
रेलवे ने जुलाई 2016 में पीपीपी मॉडल के तहत हबीबगंज के लिए बंसल ग्रुप के साथ करार किया था। इस स्टेशन को एयरपोर्ट के स्टाइल में बनाया जाएगा। हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर पॉर्किंग से लेकर खानपान तक बंसल ग्रुप के अधीन होगा तथा इससे होने वाली आय भी इसी कंपनी को मिलेगी। हालांकि, इससे रेलवे को 2 करोड़ रुपये सालाना राजस्व की हानि भी होगी। इस स्टेशन पर एस्केलेटर, शॉपिंग के लिए दुकानें, फूड कोर्ट और अन्य सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।