मंत्री पद से महरुम मंत्री के समर्थकों ने कांग्रेस भवन में की तोड़फोड़

शिवाजीनगर, 31 दिसंबर-  भोर विधानसभा सीट से तीसरी बार चुनकर आए कांग्रेस के विधायक संग्राम थोपटे को राज्य मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने के कारण थोपटे समर्थकों में भारी नाराजगी फैल गई है. सोमवार को भोर में कांग्रेस का झंडा जलाए जाने के बाद मंगलवार को कांग्रेस भवन स्थित कांग्रेस के कार्यालय में तोड़-फोड़ की गई.  30 से 35 थोपटे समर्थक कार्यकर्ताओं ने मंगलवार की शाम छह बजे पत्थरबाजी करते हुए शहर कांग्रेस के अध्यक्ष रमेश बागवे के कार्यालय में तोड़फोड़ की.

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाविकास आघाड़ी सरकार के मंत्रिमंडल का सोमवार को विस्तार किया गया. इस मौके पर शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस और कांग्रेस के मंत्रियों का शपथग्रहण समारोह सम्पन्न हुआ. मंत्रिमंडल विस्तार से दूर रखे गए तीनों ही दलों के इच्छुकों में नाराजगी फैल गई है. पुणे जिले के भोर से संग्राम थोपटे लगातार तीसरी बार विधायक चुने गए हैं. पुरंदर में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष संजय जगताप भी चुनकर आए हैं. लगातार तीसरी बार चुनाव जीतने वाले संग्राम थोपटे को कांग्रेस के कोटे से मंत्री पद मिलने की थोपटे और उनके कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी. लेकिन सोमवार को हुए मंत्रिमंडल के विस्तार में थोपटे का नाम नहीं होने से उनके समर्थकों का गुस्सा भड़क गया.

भोर नगरपालिका में थोपटे के नेतृत्व में कांग्रेस की सत्ता है. थोपटे को मंत्रिमंडल में जगह दिलाने के लिए नगरपालिका में कांग्रेस के 20 नगरसेवकों ने नगराध्यक्ष के पास इस्तीफा सौंपा था. इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं ने सोमवार को भोर और कात्रज की दत्त दिगंबर संस्था के बाहर कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ विरोध जताते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की थी. जबकि मंगलवार को 30 से 35 कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस भवन में हंगामा किया. कांग्रेस के जिलाध्यक्ष व विधायक संजय जगताप का कार्यालय दूसरी मंजिल पर है. लेकिन उसमें ताला लगे होने की वजह से कार्यकर्ता ग्राउंड फ्लोर में शहर अध्यक्ष रमेश बागवे के कार्यालय में घुस गए.

यहां बागवे के बैठने की जगह के सामने की टेबल का शीशा तोड़ दिया.  इसके बाद कार्यालय की कुर्सियां फेंकनी शुरू कर दीं. खिड़की के शीशे पर भी पत्थर मारकर तोड़-फोड़ की गई. घटना के वक्त कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ता कम संख्या में मौजूद थे. कुछ समय बाद शहर कांग्रेस के कार्यकर्ता और शिवाजीनगर पुलिस वहां पहुंची. तब तक थोपटे समर्थक वहां से जा चुके थे.