प्रदर्शनकारी किसानों के लिए ऐसे जुगाड़ हो रहा फंड, शादियों में बांटे गए हैं कलेक्शन बॉक्स 

भठिंडा/पटियाला. ऑनलाइन टीम : केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ लंबी लड़ाई का ऐलान कर चुके किसान दिल्ली में डेरा डाले बैठे हुए हैं। इस तरह के आंदोलनों में सबसे बड़ी बात जो निकलकर सामने आती है, वह है फंड का जुगाड़। तो सवाल यह है कि इन किसानों के लिए पैसा कहां से आ रहा है। हो सकता है, बाद में इसे लेकर कोई बड़ी कहानी सामने आए, लेकिन फिलहाल जो जानकारी मिल रही है, वह न सिर्फ चौंकाने वाली बल्कि हतप्रभ करने वाली भी है।

इसके लिए बाकायदा कई टीमें लगी हुईं हैं।  ये टीम जहां-जहां शादिया होती हैं, वह दस्तक देती हैं और शगुन के तौर पर किसान आंदोलन के लिए फंड डोनेट करवाती हैं। दूल्हे और दुल्हन के परिवार न्योते में इकट्ठे होने वाली रकम का इस्तेमाल प्रदर्शनकारी किसानों को सौंपने का काम कर रहे हैं। समारोह स्थल पर इसके लिए कलेक्शन बॉक्स का इंतजाम किया जा रहा है।  इस तरह पंजाब में पिछले कुछ दिनों में हुई शादियों में किसान संगठनों के झंडे भी नजर आए। और तो और शादियों के दौरान किसानों के समर्थन में नारे भी लगे।

जानकारी के अनुसार, पटियाला में जहां एक परिवार ने गेस्ट की तरफ से मिले पूरे शगुन को ही डोनेट किया, वहीं मुक्तसर जिले के मलोट कस्बे के पास एक गांव में परिवार ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के मद्देनजर फंड इकट्ठा करने का फैसला किया।