ताकत और बढ़ी…पृथ्वी-2 बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण से चीन और पाकिस्तान हैरान 

भुवनेश्वर. ऑनलाइन टीम : चीन और पाकिस्तान से तनातनी के बीच भारत ने अपने आप को सामरिक रूप से मजबूत किया है और लगातार करता जा रहा है। बुधवार को भी पृथ्वी -2 बैलिस्टिक मिसाइलों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। सबसे खास बात यह है कि एक महीने के अंदर पृथ्वी-2 मिसाइल का यह दूसरा परीक्षण है। इसी साल 20 नवंबर को ओडिशा तट से इस मिसाइल का परीक्षण किया गया था। ओडिशा में बालासोर के पूर्वी तट से इन बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण के साथ ही पाकिस्तान और चीन हैरान-परेशान हैं।

जानकारों ने बताया कि यह परमाणु संपन्न मिसाइल सतह से सतह पर मार करने में सक्षम है।  रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ने स्वदेशी तरीके से इसे विकसित किया है। पृथ्वी-2 मिसाइल की मारक क्षमता 350 किलोमीटर है। इस मिसाइल का नाइट ट्रायल लाउंच कॉम्पैक्स-3 से मोबाइल लाउंचर से 7pm से 7.15pm के बीच किया गया। 500 से 1,000 किलोग्राम भार तक के हथियारों को लेकर जाने में सक्षम है। सतह से सतह पर साढ़े तीन सौ किलोमीटर मार करने वाली इस मिसाइल में तरल ईंधन वाले दो इंजन लगाए गए हैं।

इसे तरल और ठोस दोनों तरह के ईंधन से संचालित किया जाता है। परीक्षण को नियमित अभ्यास करार देते हुए एक अधिकारी ने बताया किमिसाइल के प्रक्षेपण पथ पर रडारों, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग प्रणाली और टेलीमेट्री केंद्रों से नजर रखी गई, जिसने सभी मानकों को प्राप्त कर लिया। निगरानी डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने की।

बता दें कि इससे पहले 1 दिसंबर को, DRDO द्वारा 300 किलोमीटर की स्ट्राइक रेंज के साथ विकसित ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के जहाज-रोधी संस्करण ने अपने लक्ष्य जहाज को एक परीक्षण आग में सफलतापूर्वक मार गिराया था।