कोरोना के दूसरे दौर का खतरा टालना है तो पटाखों से  रहें दूर

सामुदायिक, सांस्कृतिक, सार्वजनिक, सामाजिक एकत्रिकरण से बचें
शहरवासियों से मनपा आयुक्त की अपील

पिंपरी। महामारी कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या भले ही घट रही हो, मगर इसका खतरा अभी टला नहीं है। क्योंकि दिवाली के बाद महामारी कोरोना के संक्रमण का दूसरा दौर आने की संभावना है। ऐसे में बेफिक्र होने की बजाय बेहतर होगा कि हम ज्यादा सतर्क रहकर सुरक्षित रहें। महामारी के दूसरे दौर के खतरे से बचना है तो दिवाली में पटाखों की आतिशबाजी से बचें, यह सलाह पिंपरी चिंचवड़ मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर ने शहरवासियों को दी है। क्योंकि पटाखों की आतिशबाजी से निकलने वाला धुंआ कोरोना बाधित मरीजों के लिए नुकसानदेह साबित होगा।
दिवाली त्योहार की पृष्ठभूमि पर शहरवासियों के लिए गाइडलाइंस जारी करते हुए मनपा आयुक्त ने कहा कि आतिशबाजी के धुंए से वायु प्रदूषण के बढ़ोतरी होने के कारण कोरोना बाधित मरीजों को तकलीफ हो सकती है। ऐसे में लोगों को चाहिए कि पटाखों का इस्तेमाल जितना कम संभव हो उतना कम करें या इस्तेमाल ही न करें। उन्होंने यह भी कहा कि दिवाली के मौके पर कोरोना के चलते किसी भी सामुदायिक, सांस्कृतिक, सार्वजनिक जैसे सामाजिक एकत्रिकरण (दिवाली पहाट) जैसे कार्यक्रमों को अनुमति नहीं दी जाएगी। आयुक्त ने यह भी कहा कि अब तक प्रशासन की दिन रात की मेहनत और लोगों के सहयोग के चलते ही हम कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर नियंत्रण पा सके हैं। यह सहयोग आगे भी मिला तो हम महामारी के दूसरे दौर के खतरे से बच सकते हैं।
चूंकि कोरोना अत्यधिक संक्रामक है, सभी को अतिरिक्त देखभाल करने की आवश्यकता होती है।  सार्वजनिक स्थानों पर उपयोग करते समय सुरक्षित दूरी, मास्क का उपयोग और साबुन से बार-बार हाथ धोना। पटाखों के धुएं से कोरोना बाधित हृदयरोगियों को असुविधा हो सकती है। इसलिए, मनपा क्षेत्र में पटाखों का उपयोग कम से कम रखा जाना चाहिए।  जितना संभव हो उतना बचें। दिवाली को प्रकाश का त्योहार माना जाता है। त्योहार के दौरान हर साल बड़ी संख्या में पटाखों की आतिशबाजी की जाती है। इससे वायु और ध्वनि प्रदूषण के स्तर में वृद्धि और लोगों और जानवरों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। यह असर दीपावली के बाद लंबे समय तक देखा जा सकता है। कई लोग जो कोरोना बीमारी से प्रभावित हैं, पटाखों के धुएं का सीधा असर वायु प्रदूषण और उनके स्वास्थ्य पर पड़ेगा।
सैनिटाइजर की बजाय हैंडवॉश या साबुन करें इस्तेमाल
मनपा के स्वामित्व वाले पार्कों, मैदानों, पर्यटन स्थलों, स्कूलों आदि में किसी भी आतिशबाजी की अनुमति नहीं दी जाएगी। कोरोना रोग से बचने के लिए कम शोर या गैर-प्रदूषणकारी पटाखों का उपयोग किया जाना चाहिए। जैसे सैनिटाइज़र ज्वलनशील होता है, लैंप जलाते समय सैनिटाइज़र के उपयोग से बचना चाहिए। दिवाली पर हाथ धोते समय सैनिटाइजर की जगह साबुन और हैंडवाश का इस्तेमाल करें
नियमों का उल्लंघन हुआ तो होगी कार्रवाई
दिवाली के दौरान किसी भी समुदाय, सांस्कृतिक, सार्वजनिक सामाजिक समारोहों (दीवाली पहाट) के लिए अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसे कार्यक्रमों को ऑनलाइन आयोजित किया जा सकता है। यदि आपको खरीदारी के लिए बाहर जाने की आवश्यकता है, तो आपको कम भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाना पसंद करना चाहिए। उचित देखभाल की जानी चाहिए। मनपा आयुक्त ने जनसंपर्क विभाग को अपने कार्य क्षेत्र में नियमों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के निर्देश भी दिए हैं। नियम तोड़ने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। बिना मास्क के घूमना, भीड़ जुटाने वालों के खिलाफ प्रशासन ने नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है