बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का अब सीधा जुड़ाव, 16 को हरी झंडी दिखाएंगे मोदी 

वाराणसी. ऑनलाइन टीम : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी कर्मस्थली और जन्मस्थली को जोड़ने का अभिनव प्रयास कर रहे हैं। यहां कर्मस्थली से आशय मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी और जन्मस्थली गुजरात से है। सूत्रों के अनुसार, मोदी यूपी और गुजरात के लोगों को अपनी योजना के तहत यह खास सौगात देने जा रहे हैं।

उनकी योजना बाबा भोले की नगरी काशी से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को जोड़ने की है। वाराणसी से केवड़िया तक चलने वाली इस ट्रेन को 16 जनवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम मोदी हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना करेंगे। गुजरात के नर्मदा नदी के किनारे बने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास बने केवड़िया स्टेशन से चलने वाली ये पहली ट्रेन होगी।  पूरा शेड्यूल जल्द ही जारी किया जाएगा। माना जा रहा है 14 जनवरी से पहले रेलवे बोर्ड इस नई ट्रेन का शेड्यूल जारी कर देगा। रेलवे सूत्रों के मुताबिक सप्ताह में तीन दिन इस ट्रेन को चलाया जा सकता है।

वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से शुरू होने वाली ये ट्रेन से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात को जोड़ेगी। गुजरात की यात्रा करने वाले इन राज्यों के यात्रियों को भी इस ट्रेन के चलने से सहूलियत होगी। इसके साथ ही नर्मदा तट पर बने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक भी पर्यटक आसानी से पहुंच सकेंगे। नर्मदा नदी के किनारे सरदार सरोवर बांध के सम्मुख स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण किया गया है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के साथ केवड़िया क्षेत्र को दुनिया के नक्शे पर लाने के पीएम के सपने को साकार करने के लिए कई योजनाएं अब धरातल पा रही हैं, जिनमें से वाराणसी से केवड़िया तक की यह विशेष ट्रेन भी शामिल है।देश के पहले सी-प्लेन सहित देशभर से यात्रियों के आने-जाने की व्यवस्था केवड़िया तक है। अब रेलवे देश के अलग-अलग हिस्सों से तीन अलग-अलग ट्रेनों को हरी झंडी दे रहा है, जिसमें ट्रेन रीवा से मुंबई, वाराणसी और मध्य प्रदेश के बीच संचालित की जाएगी।

वाराणसी से केवड़िया के लिए अब चलने वाली स्पेशल ट्रेन दुनिया की सबसे बड़ी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर्यटकों के आकर्षण के केंद्र की रौनक साबित होगी। दुनिया भर के यात्री यहां अब आने लगे हैं लिहाजा रेलवे विभाग ने यहां तक पहुंच के लिए ही विशेष ट्रेन की घोषणा की है।