कर्मचारी महिलाएं और कॉलेज की लड़कियां खुद का बचाव करने के लिए तैयार!

पुणे : समाचार ऑनलाइन –  कर्मचारियों और कॉलेज की महिलाओं को एक आपात स्थिति के दौरान खुद को किस तरह बचाये उसके लिए प्रशिक्षण दिया गया। दरअसल जब किसी महिला के साथ बस में छेड-छाड करने की कोशिश करे, या आपातकाल में डराने धमकाने की कोशिश करे तो महिलाएं किस तरह अपनी रक्षा करे उस संबंधित कार्यशाला का आयोजन किया गया था। बता दें कि कर्मचारी महिलाओं और कॉलेज की लड़कियों के लिए वनराई और आईएसएमई (इंटरनेशनल स्कूल फॉर मैनेजमेंट एक्सलेंस) द्वारा विशेष कार्यशालाएं आयोजित की गईं।

महिलाओं में बांटे गए पेपर स्प्रे –  
इस दौरान यास्मीन कुरैशी ने महिलाओं को आत्म-सुरक्षा का प्रशिक्षण दिया। साथ ही कार्यशाला में उपस्थित सभी महिलाओं को पेपर स्प्रे वितरित किया गया। इस अवसर पर, वनराई के अध्यक्ष, रवींद्र धारिया, आईएसएमई के निदेशक, सचिन खैरे, पुलिस उपनिरीक्षक, तेजस्वी पाटिल, निशा खैरे, चंद्रकांत अंगुलकर उपस्थित थे।

आईएसएमई के निदेशक सचिन खैर ने कहा –
आईएसएमई के निदेशक सचिन खैर ने कहा कि “महिलाओं को अपनी सुरक्षा के लिए बैग में पेपर स्प्रे, मिर्च पाउडर रखना चाहिए।” काम के ठिकान या कॉलेज में महिलाओं द्वारा यौन उत्पीड़न को समय पर आवाज़ दी जानी चाहिए। खैर ने यह भी कहा कि घरों में पुरुषों को महिलाओं के पीछे मजबूती से खड़ा होना चाहिए और उनका मनोबल बढ़ाना चाहिए।’

वनराई के अध्यक्ष रविंद्र धारिया ने कहा –
वनराई के अध्यक्ष रविंद्र धारिया ने कहा कि महिला सुरक्षा आज समाज में एक महत्वपूर्ण विषय बनता जा रहा है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए आज जागरूकता की आवश्यकता है। अपनी सुरक्षा करना बहुत ज़रूरी है। इस तरह की कार्यशालाएँ करना और युवतियों को मार्गदर्शन देना ज़रूरी है।