ST Workers Strike | एसटी हड़ताल : अजीत पवार भाजपा पर भड़के; लगाया यह गंभीर आरोप

अहमदनगर : ST Workers Strike | महाराष्ट्र राज्य परिवहन महामंडल (Maharashtra State Transport Corporation) की स्थापना को 60 वर्ष से अधिक हो चुके  है।  लेकिन इस महामंडल को कभी भी सरकार में विलय करने का मुद्दा नहीं उठा।  अब कर्मचारियों को भड़काने (ST Workers Strike) के लिए भाजपा (BJP) उन्हें आगे कर रही  है।  एसटी के मुद्दे को पकड़ने  वाले राज्य के भाजपा नेता केंद्र सरकार (Central Government) दवारा  एयर इंडिया के  निजीकरण पर चुप क्यों है  ? यह सीधा सवाल उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Ajit Pawar) ने पूछा है।
विधायक रोहित पवार (MLA Rohit Pawar) की पहल से कर्जत तालुका में विकास कार्यो का भूमि पूजन उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Ajit Pawar) के हाथों किया गया।  इस मौके पर सार्वजनिक निर्माण कार्य मंत्री अशोक चव्हाण (Ashok Chavan) राज्य मंत्री अब्दुल सत्तार (Abdul Sattar), दत्तात्रय भरने (Dattatreya Bharne), राष्ट्रवादी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बालासाहेब सालुंखे (Balasaheb Salunkhe) के साथ अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

 

इस मौके पर अजीत पवार ने कहा कि एसटी कामगारों के आंदोलन (ST Workers Strike) को भाजपा दवारा जान बूझकर भड़काया जा रहा है।  एसटी के सभी कर्मचारी हमारे है।  उनकी मांग हम समझते है।  सरकार इसे लेकर सकारात्मक है।  इसके बावजूद विरोधी पक्ष के कुछ विधायक आंदोलन में शामिल होकर आंदोलन को भड़का रहे है।  60 वर्षों में कभी भी एसटी के विलय का मुद्दा खड़ा नहीं किया गया।  लेकिन अब यह मुद्दा क्यों सामने आया है ? अब सभी की समझ में यह बात आ गई है।  विरोधियों की राजनीति में एसटी कर्मचारी शामिल नहीं हो।  केंद्र सरकार ने एयर इंडिया का निजीकरण किया।   केंद्र में भाजपा की सरकार है।  लेकिन इसके विरोध में राज्य के भाजपा नेता  चुप क्यों है ? केंद्र सरकार ने निजीकरण किया तो चलता है लेकिन हम एसटी का निजीकरण नहीं करेंगे फिर भी जान बूझकर एसटी कामगारों को भड़काकर आंदोलन को तीव्र करने का प्रयास ये लोग कर रहे है।


आर्थिक स्थिति पहले की तरह हो रही (ST Workers Strike)

उन्होंने कहा कि सरकार को सही तरह से चलाने में कई तरह की दिक्कत आती है।  कोरोना, प्राकृतिक और चक्रवाती तूफ़ान, अतिवृष्टि के कारण आर्थिक विकास मंद पड़ गई थी। लेकिन अब आर्थिक स्थिति पहले की तरह हो रही है।  राज्य की सभी तालुका में चरणों में प्रशासकीय बिल्डिंग बनाई जाएगी।  लेकिन बिजली और पानी जैसी सार्वजनिक सुविधाओं के इस्तेमाल में अनुशासन आवश्यक है।  विकास कार्यो में कई तरह की मुश्किलें आती है।  लेकिन सभी के सहायक से इसे मात किया जा सकता है।  विकास कार्य करते वक़्त किसी के साथ भेदभाव न कर सभी को फंड दिया जाएगा।  यह भरोसा अजीत पवार(Ajit Pawar) ने दिया है।

 

 

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