ST Workers Strike | दर्दनाक ! निलंबन के डर से जहर पीने वाले हड़ताली 29 वर्षीय एसटी कर्मचारी की आख़िरकार मौत 

बुलढाणा : ST Workers Strike | अन्य एसटी कर्मचारियों की तरह खुद के भी निलंबित (Suspend) होने के डर से जहर पीकर आत्महत्या की कोशिश करने वाले एसटी  कर्मचारी की आख़िरकार उपचार के दौरान मौत (Death) हो गई।  मृतक कर्मचारी (ST Workers Strike) का नाम विशाल अंबलकर (Vishal Ambalkar)  (29, नि – माटरगांव, तालुका शेगांव ) है।  वे खामगांव डिपो (Khamgaon Depot) में सहायक तकनीकी कर्मचारी के पद पर कार्यरत थे।

 

पिछले कुछ दिनों से विभिन्न मांगों को लेकर एसटी  कर्मचारियों की हड़ताल (Strike) जारी है।  अभी तक इसका हल नहीं निकलने से कर्मचारी खतरनाक कदम उठा रहे है।  सरकार दवारा निलंबन की चेतावनी दे रखी है।  इसके डर से माटरगांव के रहने वाले विशाल अंबलकर ने जहर पीकर अपनी जीवन यात्रा समाप्त करने का प्रयास किया।  उन्हें उपचार के लिए खामगांव के जनरल हॉस्पिटल (General Hospital) में भर्ती कराया गया था।  लेकिन स्थिति ख़राब होने पर उन्हें अकोला रेफर कर दिया गया।  लेकिन मौत से चल रहे संघर्ष में वे हार गए।

 

मांग पूरी होने तक हड़ताल वापस नहीं लेने की एसटी कर्मचारियों  ने जिद पकड़ ली है।  वही दूसरी तरफ परिवहन महामंडल (TransportCorporation) दवारा हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जा रही है।  इसे देखते हुए भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्षा चित्रा वाघ (Chitra Wagh) ने उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Ajit Pawar) को पत्र लिखकर एसटी कर्मचारियों  दवारा की जा रही आत्महत्या का सिलसिला रोकने के लिए पहल करने की विनती की है।

 

पत्र में लिखा गया है कि एसटी कर्मचारियों  के बच्चों के भविष्य को देखते हुए राज्य परिवहन महामंडल (state transport corporation) का सरकार में विलय की मुख्य मांग  का  रास्ता निकाला जाए।  पिछले पांच दिनों से राज्य भर में एसटी कर्मचारियों  का हड़ताल जारी है।  लेकिन सरकार इस पर उचित संज्ञान नहीं ले रही है।  आंदोलन अधिक तीव्र होता जा रहा है।  इच्छा रहने पर रास्ता निकलता है लेकिन शिवसेना के मंत्री अनिल परब (Anil Parab) जिद पर अड़कर विलेन की भूमिका में आ गए है।  दादा, आज तक आपने जिस विषय पर ध्यान दिया है उसका सफलतापूर्वक हल निकला है। इसलिए आप इस मामले में ध्यान दे।  ऐसा होता है तो इस मामले का सकारात्मक हल निकल सकता है इसका हमें विश्वास है।  अन्य किसी भी कर्मचारी दवारा आत्महत्या जैसा कदम उठाने से पहले एसटी महामंडल का विलय सरकार में किया जाए।  इस मुख्य मांग पर आप तुरंत ध्यान दे।

 

29 वर्षीय विशाल अंबलकर दवारा जहर पीकर आत्महत्या करने की घटना के बाद हड़ताल  कर रहे कर्मचारियों में आक्रोश फ़ैल गया है।  कर्मचारियों ने कहा है कि अब वे अपनी मांग पूरी किये बिना चुप नहीं बैठेंगे।  एसटी कर्मचारियों  के हड़ताल से बड़ा पेंच फंस गया है।  दूसरी तरफ एसटी यात्रियों को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।  कई दिनों से हड़ताल जारी रहने की वजह से हर हमेशा एसटी में सफर करने वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

 

 

Nitin Gadkari | गडकरी के प्रस्ताव से किनारा ; सिंहगढ़ रोड में बनेगा एक मंजिल का फ्लाईओवर 

 

Pune Crime | पुणे के येवलेवाड़ी में हुक्का गोदाम पर पुलिस का छापा ; 22 लाख का माल जब्त