ST Workers Agitation | राज्य में 918 जबकि पुणे जिले में 26 एसटी कर्मचारी निलंबित 

पुणे (Pune News) : राज्य में एसटी कर्मचारियों की हड़ताल (ST Workers Agitation) जारी है।  एसटी महामंडल (ST Mahamandal) को राज्य सरकार (State Government) में विलय की मांग की जा रही है।  हड़ताल (ST Workers Agitation) पर अड़े कर्मचारियों ने आज सुबह से एसटी  डिपो (ST Depot) में आंदोलन करने की शुरुआत की है।  इसे देखते हुए महामंडल ने प्राइवेट वाहनों को सवारी ढोने की परमिशन दी है।  कर्मचारियों के कई संगठन तैयार हो गए है और वे हड़ताल वापस लेने को तैयार नहीं है।  अब एसटी  महामंडल द्वारा कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की शुरुआत की गई है।  महामंडल द्वारा राज्य के 918 और पुणे (Pune) जिले के 26 कर्मचारियों को निलंबित (Suspended) कर दिया गया है।
ऐन दिवाली में कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू की थी।  इसकी वजह से गांव गए  लोगों को वापस लौटने के लिए प्राइवेट वाहनों (Private Vehicle) की मदद लेनी पड़ी थी।  लेकिन मौका का फायदा उठाते हुए प्राइवेट वाहनों दवारा यात्रियों से लूट शुरू हो गई थी।  इस वजह से आख़िरकार महामंडल ने प्राइवेट वाहनों को यात्री परिवहन की परमिशन दी।  साथ ही उन्हें एसटी  की रेट (ST Rate) के अनुसार टिकट पर पैसे वसूलने के निर्देश दिए गए।  लेकिन इसके बाद भी कर्मचारी हड़ताल वापस लेने को तैयार नहीं है.


एसटी  को हर दिन एक करोड़ का हो रहा नुकसान

एसटी  के राज्य सरकार (State Government) में विलय की मांग मनवाने के लिए कर्मचारियों ने हड़ताल (strike) की है।  दिवाली ख़त्म होने के बाद गांव से वापस लौटने वालों की संख्या अधिक होने के बावजूद हड़ताल का सहारा लिया गया।  राज्य में करीब 120 से अधिक डिपो में फ़िलहाल हड़ताल चल रहा है।  इसकी वजह से एसटी  को हर दिन करीब 1 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है।

 

 

ST Workers Strike | ST कर्मचारी आंदोलन पर अड़े; विधायक गोपीचंद पडलकर, पूर्व मंत्री सदाभाऊ खोत ने आजाद मैदान में गुजारी रात