Solapur Crime | महाराष्ट्र के मोहोल में राजनीतिक दुश्मनी में राष्ट्रवादी कार्यकर्ताओं दवारा शिवसैनिक का ‘गेम’

मोहोल, 16 जुलाई : (Solapur Crime) बाइक से जा रहे दो लोगों को एक टेम्पो ने टक्कर मार दी।  इस घटना में एक शिवसैनिक (Shivsainik) की मौत हो गई।  यह दुर्घटना नहीं थी बल्कि राजनीतिक दुश्मनी में राष्ट्रवादी कांग्रेस (Nationalist Congress) के  कार्यकर्ता दवारा शिवसैनिक की हत्या (murder) की गई।  यह खुलासा पुलिस ने अपनी जांच में किया है।  इस मामले में राष्ट्रवादी के चार कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। जबकि टेम्पो चालक को गिरफ्तार (arrest) कर लिया गया है।  मृतक शिवसैनिक का नाम सतीश नारायण क्षीरसागर (नि – सिद्धार्थनगर, मोहोल ) है।  इस घटना में विजय सरवदे गंभीर रूप से जख्मी हो गया है।

इस मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस के कार्यकर्ता संतोष जनार्दन सुरवसे, रोहित उर्फ़ अण्णा अनिल फड़तरे, पिंटू जनार्दन सुरवसे और टेम्पो चालक भैया असवले के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।  राज्य में राष्ट्रवादी शिवसेना और कांग्रेस के साथ सरकार  में शामिल है लेकिन स्थानीय स्तर पर पार्टियों के बीच विवाद जारी है।  इसका उदहारण बुधवार की रात देखने को मिला।
मोहोल में नगरपरिषद का चुनाव चार महीने पहले सम्पन्न हुआ है।  शहर के प्रभाग क्रमांक 8 व 9 में कुछ फ़र्ज़ी मतदाता का नाम सतीश क्षीरसागर और विजय सरवदे ने सामने लाया था।  इतना ही नहीं नगर परिषद् के रमाई घरकुल आवास योजना की 28 मंजूर फाइल भी गायब है।  इन फाइलों को लेकर शिवसेना के इन दो कार्यकर्ताओ ने आंदोलन किया था।  इस पर राष्ट्रवादी के कार्यकर्ताओं ने धमकी दी थी कि मैंने फाइल गायब की है, तुम्हे जो करना है कर लो।  साथ ही फायरिंग कर जान से मारने की धमकी दी थी।  इन सभी बातों को लेकर राष्ट्रवादी कार्यकर्ताओं के मन में गुस्सा था।  इस घटना के चार महीने के बाद राष्ट्रवादी कार्यकर्ताओं ने बदला लिया है।
भैया असवले, संतोष सुरवसे, रोहित फड़तरे और पिंटू सुरवसे ने एकसाथ होकर साजिश रची।  सतीश क्षीरसागर और विजय सरवदे को भैया असवले ने खाने पर बुलाया।  खाना खाकर दोनों बाइक से रात साढ़े 11 बजे वापस घर जा रहे थे।  इसी के पीछे भैया असवले टेम्पो लेकर आया और बाइक को टक्कर मार दी।  इस घटना में सतीश की मौके पर ही मौत हो गई जबकि विजय गंभीर रूप से जख्मी हो गया।
इस घटना की जानकारी मिलने पर दोनों के परिवार वाले घटनास्थल पर पहुंचे।  सतीश के घर वालों का कहना है कि यह दुर्घटना नहीं है बल्कि यह हत्या है।  केस दर्ज किये बिना शव को उठाने से इंकार कर दिया।  पुलिस जांच में पता चला है कि राजनीतिक दुश्मनी में यह हत्या की गई है।  घटना में केस दर्ज होने के बाद करीब 17 घंटों के बाद परिवार ने शव को कब्जे में लिया।  मोहोल पुलिस मामले की जांच कर रही है.