… इसलिए बैठक उपयुक्त साबित हुई, आनंद महिंद्रा ने की मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की तारीफ

मुंबई : कोरोना से राज्य में हाहाकार मचा हुआ है। इस पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार प्रयत्नशील है। इसी पृष्ठभूमि पर राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे लगातार बैठक कर रणनीति तैयार कर रहे हैं। दो दिन पहले मुख्यमंत्री ने राज्य के उद्योगपति के साथ मीटिंग की थी। इस बैठक का देश के प्रमुख उद्योगपति और महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रमुख आनंद महिंद्रा बहुत सराहना की। विशेष रूप से इससे पहले महिंद्रा ने लॉकडाउन के मुद्दे पर मुख्यमंत्री को चुभने वाली सलाह दी थी।

उद्धव ठाकरे ने राज्य के उद्योगपतियों के साथ मंगलवार को कोरोना के संदर्भ में वर्चुअल मीटिंग की। इस बैठक में उद्धव ठाकरे ने राज्य की कोरोना परिस्थिति, कोरोना के तीसरे लहर का जनता और उद्योग धंधे पर असर न हो इसके लिए किए गए उपाययोजना की समीक्षा की। साथ ही तेज गति से वैक्सीनेशन पर भी चर्चा की। इस बैठक के अनुभव के बारे में बताते हुए आनंद महिंद्रा ने मुख्यमंत्री के काम की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस बैठक की जानकारी दी गई थी। सीएमओ द्वारा किए गए ट्वीट का आनंद महिंद्रा ने रीट्वीट करते हुए उत्तर दिया है।

जिस तरीके से बैठक हुई उससे यही लगा कि यह बैठक उपयुक्त साबित हुई। क्योंकि…

  1. औपचारिक या शिष्टाचारी वक्तव्य में समय नहीं गंवाया गया।
  2. बैठक में एजेंडा ही केंद्र था।
  3. कोरोना परिस्थिति के वास्तविकता को ध्यान में रखकर सरकार व कारपोरेट द्वारा किए गए प्रयासों पर जोर दिया गया।
  4. इसके लिए पूर्ण मुहीम के फ़ॉलोअप व समन्वय के लिए व्यवस्था निर्माण करने पर जोर दिया गया।

ऐसा ट्वीट महिंद्रा ने किया। उद्धव ठाकरे के साथ हुई मीटिंग में समय न गंवाते हुए मुख्य और चुने हुए मुद्दे पर सलाह मशवरा किया गया। ऐसा कहते हुए महिंद्रा ने उद्धव ठाकरे की प्रशंसा की।

इससे पहले उद्धव ठाकरे ने दिया था उत्तर

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य की जनता को संबोधित करते हुए लॉकडाउन पर राय देने वालो की खबर ली थी। इसमे एक उद्योगपति द्वारा दिए गए बयान पर ठाकरे ने सीधा उत्तर दिया था। इस उद्योगपति ने लॉकडाउन के बदले स्वास्थ्य सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी थी। स्वास्थ्य सुविधा बढाई गई है और इसे और बढाया जा रहा है, लेकिन सिर्फ स्वास्थ्य सुविधा बढाकर चलनेवाला नहीं है। इसकेलिए सवास्थ्य कर्मचारी, डॉक्टर की जरूरत है। स्वास्थ्य सुविधा के लिए विशेषज्ञ की जरूरत पड़ती है। इनकी आपूर्ति ये उद्योगपति करेंगे क्या? ऐसी टिप्पणी करते हुए मुख्यमंत्री ने इस तरह के बयान न देने की विनती की थी।