तो सुबह 8 बजे शपथ लेने की नौबत नहीं आएगी; अण्णा हज़ारे का अजीत पवार पर निशाना 

मुंबई, 25 फरवरी : राज्य की फडणवीस सरकार दवारा सीधे जनता दवारा सरपंच चुनने के निर्णय को  रद्द किये जाने के बाद ठाकरे मंत्रिमंडल ने ग्राम पंचायत सदस्यों के जरिये सरपंच चुनने का निर्णय लिया।  इसके बाद अध्यादेश जारी करने की सिफारिश राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से की थी. लेकिन भगत सिंह कोशियारी ने इस मांग को ख़ारिज कर दिया। अब सामाजिक व राजनीतिक सुधार के लिए पहचाने जाने वाले अण्णा हज़ारे ने जनता के जरिए सरपंच चुनने के निर्णय का समर्थन किया है.

उनका कहना है कि सीधे जनता से सरपंच का चयन होने का निर्णय रद्द होने से लोकतंत्र के लिए घातक साबित होगा। राज्य में पहले की तरह सीधे जनता दवारा सरपंच चुने जाने की जरुरत है. राज्य सरकार को पूर्व की सरकार के खिलाफ जो करना है करे. लेकिन जनता के हितो को नुकसान पहुंचाने  वाले काम को मई बर्दाश्त नहीं करूंगा।  सीधे जनता से सरपंच चुने जाने पर सच्चा लोकतंत्र आएगा और सुबह 8 बजे शपथ लेने की नौबत नहीं आएगी। इस तरह की तीखी टिप्पणी उपमुख्यमंत्री अजीत पवार पर की है.
अब सरकार नए सिरे से विधानसभा अधिवेशन में अधिसूचना जारी कर सकती है.