स्मार्ट सिटी से मिला 3000 युवाओं को रोजगार, भविष्य और नौकरी पैदा होने की संभावना

शिवाजीनगर : समाचार ऑनलाइन – पुणे स्मार्ट सिटी के तहत शहर के छह स्थानों से चलाए जा रहे लाइट हाउस प्रोजेक्ट में अब तक 7,975 युवक-युवतियों का रोजगारभिमुख मार्गदर्शन किया गया. इनमें से ट्रेनिंग के लिए चुने गए 3,849 युवाओं को ट्रेनिंग दी गई, जिनमें से 3009 युवाओं को नौकरी मिली है. शिक्षा की कमी और उचित मार्गदर्शन के अभाव में कई युवक-युवतियां बेरोजगार रह जाते हैं. उन्हें मुख्य धारा में लाने और खुद के पैरों पर खड़ी करने में मदद करने के लिए स्मार्ट सिटी योजना में लाइट हाउस प्रोजेक्ट का काम चल रहा है. पिछले चार वर्षों में शहरी क्षेत्रों में मनपा के जरिये लाइट हाउस प्रोजेक्ट खड़ी की गई. यह प्रोजेक्ट स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा चलाई जा रही है. इनमें औंध, येरवड़ा, हड़पसर, वारजे, भवानी पेठ और बिबवेवाड़ी में नये तैयार किए गए लाइट हाउस प्रोजेक्ट भी शामिल है.

स्मार्ट सिटी कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि यहां पर नाम दर्ज कराने वाले युवक-युवतियों को परामर्श दिया जाता है. उनकी पसंद के मुताबिक नौकरी, व्यवसाय की ट्रेनिंग दी जाती है. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उन्हें नौकरी दिलाने का प्रयास किया जाता है. इन छह लाइट हाउस में हर महीने 35 से 60 युवक-युवतियां अपना नाम दर्ज कराते हैं. अब तक 7,975 लोगों के नाम दर्ज किए जाने के बाद उनका मार्गदर्शन किया गया. यहां इच्छितों को ट्रेनिंग दी जाती है. ट्रेनिंग पूरी करने वालों को नौकरी दिलाने के लिए विभिन्न कंपनियों को बुलाकर कैंपस इंटरव्यू के जरिये प्रयास किया जाता है. अब तक 3009 लोगों को नौकरी मिली है. यहां से ट्रेनिंग प्राप्त करने वाले अधिकांश लोगों को 8,500 से 10, 200 रुपए हर महीने वेतन की नौकरी मिली है. उन्हें इससे जीवन की दिशा मिलेगी. भविष्य में वह अनुभवी कर्मचारी के रूप में खुद की और परिवार की आर्थिक प्रगति कर सकते हैं.