सिक्स पैक के नाम पर बेची जा रही हैं नशीली दवाइयां

पुणे : समाचार ऑनलाईन – आज की युवा पीढ़ी अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी जागरूक हो गई है। उसी में फिल्मों में नायक- खलनायकों की सिक्स पैक बॉडी देखकर उनकी जैसी बॉडी बनाने की मानों क्रेज सी बन गई है। जिम में उमड़ने वाली युवाओं की भीड़ और उनमें सिक्स पैक को लेकर बढ़ती क्रेज का नाजायज फायदा उठाया जा रहा है। जिम में झटपट रिजल्ट मिलने के लिए युवाओं को अवैध रूप से दवाइयों की आपूर्ति की जा रही है। इन दवाओं से युवाओं के नशे के जाल में फंसने की संभावनाएं तेज हो गई हैं।
पुणे पुलिस ने इसी तरह से अवैध दवाओं की बिक्री करने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ में उपरोक्त चौंकानेवाली जानकारी सामने आई है। तीनो आरोपियों को फूड्स एंड ड्रग्ज एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) के हवाले किया गया है। उनके नाम योगेश किसन मोरे निवासी दत्तप्रसाद बिल्डिंग, मुंकुदनगर, अशिष गोपाल पाटिल निवासी पिंपरी, सुरेश चौधरी निवासी गंगा सॅटेलाईट, वानवडी हैं। उनके खिलाफ एफडीए के निरीक्षक तानाजी सुहास सावंत की शिकायत के आधार पर स्वारगेट पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने उनसे एक लाख 82 हजार 176 रुपए की दवाइयां बरामद की है।
क्राइम ब्रांच के फिरौती विरोधी दस्ते के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेंद्र मोहिते और उनकी टीम को योगेश मोरे बिना परमिशन के दवा बेचते मिला। जब एफडीए के निरीक्षक सावंत ने दवाओं की जांच की तो पता चला कि इन दवाओं को डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बिना नहीं बेचा जा सकता। साथ ही उसके पास दवा बेचने का कोई लाइसेंस भी नहीं था। पूछताछ में उसने बताया कि वह इन दवाओं को जिम और सीधे ग्राहकों को बेचता था। उसने ये दवाएं दूसरे राज्यों से बिना बिल के खरीदी थी, यह भी सामने आया। इन दवाओं के गुणधर्म को जाने बिना इसके सेवन से स्वास्थ्य और जान दोनों को खतरा हो सकता है। इनमें से मफेथेरामाइन सल्फेट इंजेक्शन का इस्तेमाल लो ब्लड प्रेशर की शिकायत में किया जाता है। पुलिस को यह भी शक है कि ये दवाएं नकली हो सकती है। बहरहाल उक्त तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर छानबीन शुरू कर दी गई है।