कुख्यात अपराधियों को लेकर बनाया गाना

पुणे | समाचार ऑनलाइन

इस गणेशोत्सव में मुलशी पैटर्न में ‘आ रा रा रा’ यह काफी सुपरहिट हुआ था, इस गाने का टिजर जब प्रदर्शित किया गया तब पहले 11 दिनों में 10 लाख लोगों ने गाना देखा था। यह गाना जबरदस्त हिट होने के बाद वाद विवादों से घिर गया है। निर्माता, निर्देशकों ने इस गाने में असली कुख्यात अपराधियों  से डांस करवाया गया है। जिसकी वजह से यह गाना विवादों के घेरे में आ गया है।

[amazon_link asins=’B078124279′ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’ee101cff-c6df-11e8-adf1-953d138b60ef’]

जमीन के भाव बढ़ने से सालों साल खेती में नुकसान झेलने से अच्छा जमीन को बेचकर अच्छा पैसा कमाने का ललक युवक पीढ़ी में देखने को मिली है। जमीन खरीदी विक्री के लिए एजेंट के रुप में युवा पीढ़ी काम करने लगी है। करोड़ो रुपयों का व्यवहार करने के लिए एक साथ बहुत लोग यह बिजनेस करने लगे हैं। जिसकी वजह से आपस में प्रतिस्पर्धा बढ़ने की वजह से अपराध भी बढ़ने लगा है।

स्वारगेट स्थित मॉल के स्पा सेंटर में चल रहे सेक्स रैकेट का पर्दाफाश 

इस बिजनेस की वजह से लोग एक दूसरों को जान से मारने में भी नहीं कतराते हैं। ऐसी बहुत सी गैंग मुलशी में पैदा हो गई है। अपराध करने के बाद वे पुणे शहर में आश्रय लेते हैं। किसान और आदिवासी के रुप में पहचाने जानेवाला मुलशी तहसील कुछ सालों से अचानक अपराधियों का अड्डा कैसा बना है। यह प्रयास मुलशी पैटर्न में दिखाने का दावा निर्देशक प्रवीण तरडे ने किया है। लेकिन इसी दरम्यान असली अपराधियों को लेकर गाने में नचाने की वजह से वाद निर्माण हो गया है।

[amazon_link asins=’B00BSE5WQ4,B00MIFIKO8,B00MIFIYVM’ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’218777db-c6e0-11e8-8ec4-0f2fd05811f5′]
आरा रा रा या गाने में तलवार से केक काटते हुए सीन फिल्माया गया है। वह कुख्यात अपराधी अमोल शिंदे के वीडियो से प्रेरित है। टिजर में राख के रंग के शर्ट पहने हुए विठ्ठल शेलार और पीछे केसरी शर्ट में अमोल शिंदे है।

विठ्ठल  शेलार यह मुलशी तहसील के बोतरवाडी का रहनेवाला है। मारणे गैंग के लिए हफ्ता वसूली का काम करता है, ऐसी पुलिस रिकॉर्ड में है। जिसके चलते उसने मुलशी में दो खून भी किए हैं। साथ ही फिरौती के लिए अपहरण करने का गुनाह भी किया है। ग्रामीण पुलिस विभाग के अधिकारी ने उसको बचाने का प्रयास किया था। शहर पुलिस ने एक अपराध में उसे गिरफ्तार किया था, जिसमें उसने मुलशी स्थित दुहेरी में हत्या करने का गुनाह कबूल किया था।

इस टीजर में दिखाई देनेवाला अमोल शिंदे यह अपराधी है और वातूनवडे गांव में सरपंच के रुप में निर्विरोध चुनकर आया था। उसके खिलाफ पौड पुलिस में 3 और हिंजवडी पुलिस स्टेशन में 1 मामला दर्ज है। पौड पुलिस स्टेशन के अंतर्गत एक खून और डकैती और दंगे के अपराध दर्ज हैं।

[amazon_link asins=’B07B6DM75J,B07B4THQ5Y,B07B6G2VHN’ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’484167fc-c6e0-11e8-9ca7-cf0287a3a2f8′]

गैंग और गैंगस्टर युद्ध होने की वजह से मुलशी तहसील काफी हुआ है। जिसका असर पुणे शहर में बहुत बार देखने को मिला है। मुलशी के अपराधी धीरे धीरे पुणे में नजर आए हैं।

मूल रुप से मुलशी से और अब पुणे शहर सहित अनेक स्थानों में अपनी दहशत निर्माण करनेवाली गैंग व उनके साथीदार कार्यरत हैं।

शरद मोहोल (मुलशी, पुणे शहर)
गजानन मारणे (मुलशी, पुणे शहर)
गणेश मारणे (मुलशी, पुणे शहर)
श्याम दाभाडे (मुलशी, पुणे शहर)
नीलेश घायवळ (मुलशी, पुणे शहर)
बाबा बोडके (पुणे शहर, मुलशी, भोर, वेल्हा)
रोहिदास चोरगे (वेल्हा, पुणे शहर)

इसमें शरद मोहोल ने येरवडा के अंडा सेल में आतंकवादी कातिल सिद्धिकी की हत्या की थी। तब से वह अब तक अपने साथीदारों के साथ हफ्ता वसूली का काम कर रहा है।

[amazon_link asins=’B077L4X3PN,B079TNNH2N,B07B6G2VHN’ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’f4db59a2-c6e0-11e8-911c-75007ed73d97′]