नालासोपारा, 29 जून : सहकार नगर में रहने वाले 45 वर्षीय ओला कैब चालक 19 जून को लापता हो गये थे। उनका शव सड़ी-गली अवस्था में खंडाला परिसर के जंगल में रविवार को मिला। खंडाला पुलिस ने इस मामले में आकस्मात मौत का केस दर्ज किया है। शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया गया है। अब पुलिस यह जांच कर रही है कि यह हत्या है या आत्महत्या ?
19 जून क्लो राहुल कुमार झा (उम्र 22 ) नामक युवक ने विरार पुलिस स्टेशन में पिता संतोष झा (उम्र 45 ) के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी। उसी दिन शाम को कोल्हापुर से उनकी ओला कार जब्त की गई थी। पुलिस को कार के पीछे ब्लड का दाग मिलने के बाद इसकी जांच के लिए दो टीमें गठित की गई थी. पुलिस की दो टीमें खंडाला क्षेत्र के पुल के पास घने जंगल में संतोष झा की तलाश शुरू की। इसी परिसर में एक पेट्रोल पंप पर उनकी कार्ड का इस्तेमाल कर ट्रांजेक्शन होने की जानकारी सामने आई है। इसके बाद पुलिस ने मोबाइल के जरिये अपहरण करने वाले कांदिवली के दो सगे भाइयों को कब्जे में लिया। पुलिस टीम को खंडाला के घने जंगल में एक सड़ी-गली लाश मिली थी जिसकी पहचान संतोष झा के रूप में करने में पुलिस को काफी मुश्किल हुई थी।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। डॉक्टर ने बताया की शव की हालत काफी ख़राब है। बेटे और पिता का डीएनए का मिलान करने के बाद शव की पहचान हो पाई। बाद में बेटे ने पिता का अंतिम संस्कार किया।
कांदिवली से अपहरण
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुंबई के कांदिवली के दो सगे भाइयों ने 17 जून को ओला कैब कर्नाटक के गांव जाने के लिए बुक कराया था। वही उनका अपहरण किया गया होगा। कार को पनवेल, खोपोली में घुमाने के बाद खंडाला लाया गया था। पुलिस को संदेह है कि आरोपियों ने संतोष झा की हत्या कर उसे खंडाला के घने जंगल में फेंक दिया। सीसीटीवी के आधार पर कांदिवली से दोनों सगे भाइयों को कब्जे में लिया गया है।