पुणे में चौंकानेवाली घटना! डब्बा पहुंचाने के साथ ही करता था बंद घरों की रेकी फिर सेंधमारी की घटना को देता था अंजाम

पुणे: कैंटीन में बावर्ची का काम करते हुए डब्बा पहुंचाने का काम करता था। इस काम के आड़ में बंद घरों की रेकी कर उसकी जानकारी अपने साथियों को देता था। उसके बाद सेंधमारी करता था। ऐसे बावर्ची को क्राइम ब्रांच यूनिट 6 की टीम ने गिरफ्तार किया है।

आकाश अशोक उमाप (नि. वानवडी) आरोपी का नाम है। उमाप से शहर के 13 सेंधमारी, 1 वाहनचोरी, 1 डकैती कुल मिलाकर 15 मामले उजागर हुए हैं। उसके पास से 77 ग्राम सोने के  गहने, 1किलो चांदी के वस्तु व गहने, दो टू व्हीलर, 1 टीवी व 46 हजार रुपये कुल मिलाकर 6 लाख 70 हजार रुपये का माल बरामद किया है। पुलिस अमलदार नितीन मिंढे को हडपसर में डकैती की सूचना मिली। इसके अनुसार पुलिस ने वानवडी के विकासनगर इलाके में जाल बिछाकर आकाश उमाप को पकड़ा। उससे जब पूछताछ की तो उसने बताया कि मैं खुद बावर्ची हूँ और डिब्बा पहुंचाने का काम करता हूँ। आपको मेरे बारे में जो जानकारी मिली है वो झूठी है। ऐसा कहकर उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने उससे सख्त पूछताछ की तो उसने सब कुछ कबूल लिया।

उमाप वानवडी इलाके में एक मेस में खाना बनाने का काम करता है। काम की आड़ में पुणे के विविध इलाको में बंद घरों की रेकी करता था। अपने साथियों को इसकी जानकारी देता था। अपराधी जयसिंग कालुसिंग जुन्नी उर्फ पिलु, सोमनाथ उर्फ सोम्या गारूले (दोनो नि. बिराजदारनगर, हडपसर) के साथ उसने सेंधमारी, चोरी, वाहनचोरी को अंजाम दिया।