शिवसेना का राज्य में अच्छा प्रदर्शन, मगर अधिकांश दिग्गज चुनाव हारे

पुुुणे : समाचार ऑनलाईन – लोकसभा चुनाव की दृष्टि से राजनैतिक सक्रियता दिखाते हुए एक बार फिर बीजेपी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने वाली शिवसेना ने राज्य में अच्छा प्रदर्शन किया, मगर छह बार सांसद व केंद्रीय मंत्री रहे अनंत गिते, आनंदराव आडसूल, चार बार सांसद बने चंद्रकांत खैरे एवं जिले में विजय की हैट्रिक लगाने वाले शिवाजीराव आढलराव-पाटिल आदि चार वरिष्ठ नेताओं की हार के चलते शिवसेना की स्थिति ङ्गगड आला पण सिंह गेलाफ जैसी हो गई है. इससे यह भी स्पष्ट हो गया है अब केंद्रीय मंत्रिमंडल में नए चेहरे शामिल होंगे.

केंद्रीय उद्योग मंत्री रह चुके अनंत गिते को रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र में एनसीपी के सुनील तटकरे ने मात दी. अटलबिहारी बाजपेयी के मंत्रिमंडल में वित्त राज्यमंत्री रहे वरिष्ठ सांसद आनंदराव आडसूल को अमरावती में एनसीपी से समर्थन प्राप्त नवनीतकौर राणा ने चुनाव में हरा दिया. औरंगाबाद से चार बार सांसद चुनग गए चंद्रकांत खैरे को भी एमआईएम के प्रत्याशी इम्तियाज जलील ने मात दी तथा पुणे जिले के शिरूर लोकसभा क्षेत्र से तीन बार सांसद चुने गए शिवाजीराव आढलराव-पाटिल को एनसीपी के प्रत्याशी डॉ. अमोल कोल्हे से हारना पड़ा.

यह स्पष्ट हो गया है कि केंद्र में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली आघाड़ी सरकार का गठन होगा. इस आघाड़ी में शिवसेना बहुत पहले से शामिल है. इस वजह से शिवसेना को इस बार दो मंत्री पद दिए जाने की संभावना है. उपरोक्त चारों प्रत्याशी मंत्री पद की रेस में शामिल थे, मगर इनके चुनाव हार जाने के चलते यह अवसर अब नए सिरे से चुनाव जीतने वाले प्रत्याशियों को मिलेगा. इनमें शिवसेना के सांसद संजय राउत, शिवसेना के सचिव सांसद अनिल देसाई, सिंधुदुर्ग-रत्नागिरि लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीते विनायक राउत, एनसीपी के दिग्गज नेता अजीत पवार के बेटे पार्थ पवार को मावल लोकसभा क्षेत्र में मात देकर चुनाव जीतने वाले तथा पांच बार ङ्गसंसदरत्नफ पुरस्कार प्राप्त सांसद श्रीरंग बारणे को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की संभावना है.