Shiv Sena MP Bhavana Gawali | शिवसेना सांसद भावना गवली को ED ने किया तलब

मुंबई (Mumbai News) –  प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिवसेना सांसद भावना गवली (Shiv Sena MP Bhavana Gawali) को धन शोधन के एक मामले में पूछताछ के वास्ते चार अक्टूबर को पेश होने के लिए समन जारी किया है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। गवली (Shiv Sena MP Bhavana Gawali) (48) महाराष्ट्र (Maharashtra) की यवतमाल-वाशिम सीट से लोकसभा सदस्य हैं। सूत्रों ने बताया कि उन्हें चार अक्टूबर को दक्षिण मुंबई स्थित ईडी कार्यालय (ED Office) में मामले के जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है।

इससे पहले ईडी ने भावना गवली के करीबी सईद खान (Saeed Khan) को भी मंगलवार को मनी लॉन्ड्रिंग केस (Money Laundering Case) में गिरफ्तार (Arrest) किया था। गिरफ्तारी के बाद उन्हें पीएमएलए कोर्ट (PMLA Court) में पेश किया गया था, जहां से सईद खान को एक अक्टूबर तक ईडी (ED) की हिरासत में भेज दिया गया है। सईद खान पर करोडों रुपये की हेराफेरी का मामला दर्ज है। ईडी उसकी गिरफ्तारी के बाद सांसद भावना गवली से सईद खान और उनके संबंधों के बारे में पूछताछ करेगी। ईडी को शक है कि 18 करोड़ रुपये की हेराफेरी के लिए गवली ने सईद खान के माध्यम से ही एक ट्रस्ट ‘महिला उत्कर्ष प्रतिष्ठान’ (Women’s Excellence Foundation) को एक प्राइवेट कंपनी में बदलने की साजिश रची और हेराफेरी की।

क्या है पूरा मामला ?

2006 में बालाजी पार्टिकल बोर्ड सहकारी संस्था (Balaji Particle Board Cooperative Society) के तौर पर शुरू किया गया था. गवली के करीबी लोगों द्वारा इसे खरीदने का दावा किया गया था। 2011 में मुंबई उच्च न्यायालय (Mumbai High Court) में याचिका दाखिल की गई थी और इस खरीद में घोटाला होने का आरोप लगाया गया। किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) ने भावना गवली (Bhavana Gawali) पर कई आरोप लगाए हैं। किरीट सोमैया का आरोप है कि शिवसेना सांसद भावना गवली ने 18 करोड़ रुपए कैश अलग-अलग संस्थाओं से निकाले हैं और इनमें 7 करोड़ रुपए चोरी हो जाने का मामला बाद में जुड़ गया है। श्री बालाजी पार्टिकल बोर्ड के लिए राष्ट्रीय सहकार महामंडल (National Co-Operation Corporation) ने 29 करोड़ वहीं राज्य सरकार (State Government) ने 14 करोड़ का अनुदान दिया था। हालांकि 43 करोड़ रुपए का अनुदान लेने के बाद भी भावना गवली ने यह कंपनी शुरू नहीं की।

इसी घोटाले के मामले में भावना गवली पर कार्रवाई की गई है। गवली पर सीए उपेंद्र मुले (CA Upendra Mulay) पर गलत रिपोर्ट बनाने का दबाव भी डालने का आरोप है। इसके अलावा एक अन्य मामले में किरीट सोमैय्या ने कहा है कि केंद्र सरकार (Central Government) से 44 करोड़, स्टेट बैंक से भी 11 करोड़ रुपए लिए गए और 55 करोड़ में तैयार कंपनी को खुद भावना गवली ने 25 लाख रुपए देकर हथिया लिया। इस तरह से 55 करोड़ की कंपनी को  25 लाख रुपए में हथिया कर उसे भावना एग्रो प्राइवेट लिमिटेड (Bhawna Agro Private Limited) का नाम दिया गया। यानी इन दोनों मामलों में एक में 43 करोड़ और दूसरे में 55 करोड़ की हेराफेरी यानी 98 से 100 करोड़ के घोटाले (Scam) का आरोप लगाया है।

 

 

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