शरद पवार की अपील पर चंद मिनटों में जमा हुई एक करोड़ की मदद निधि

पुणे : समाचार ऑनलाइन – बारामतीकरों और राष्ट्रवादी कांग्रेस के हाइकमान व पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार का रिश्ता कितना अटूट है, वहां की जनता उनकी बात को कितना मानती है? इसका प्रमाण शुक्रवार को फिर से मिल गया है। राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के पीड़ितों की मदद के लिए बारामती के रयत भवन में एक बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में शरद पवार भी मौजूद रहे उन्होंने मदद की अपील की और उसके चंद मिनटों में ही एक करोड़ रुपए की निधि जमा हो गई। खुद पवार ने भी विद्या प्रतिष्ठान की ओर से 50 लाख रुपए की निधि देने की घोषणा की।

इस साल की मूसलाधार बारिश ने पूरे पश्चिम महाराष्ट्र को झकझोर कर रख दिया है। कोल्हापुर, सांगली, कराड जैसे जिले इस बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। बीते दिन शरद पवार ने पुणे में एक संवाददाता सम्मेलन के जरिए राष्ट्रवादी की ओर से 50 लाख रुपए बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए देने की घोषणा की। साथ ही पार्टी के सांसद, विधायक, नगरसेवकों के एक माह का मानदेय भी मदद के तौर पर देने की घोषणा उन्होंने की। पवार के गढ़ बारामती में भी बाढ़ पीड़ितों की मदद करने का फैसला किया गया। इस लिहाज से आज दोपहर यहां के रयत भवन में एक बैठक बुलाई गई थी।

इस बैठक में खुद शरद पवार ने भी शिरकत की। उन्होंने जैसे ही बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए अपील की, उसके चंद मिनटों में ही मदद निधि का आंकड़ा एक करोड़ रुपए तक पहुंच गया। इसमें पांच हजार रुपए से पांच लाख रुपए की मदद निधि दी गई। चीनी मिलों ने चीनी, व्यापारियों ने अनाज और कुछ लोगों ने पानी की बोतलें और दवाओं के रूप में मदद करने की घोषणा की। पवार ने कहा, वे कल से बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर जा रहे हैं। वहां के हालात देखकर जमा हुई और घोषित मदद पीड़ितों तक कैसे पहुंचानी है, इसकी जानकारी देंगे। इसके अलावा उन्होंने सांगली और कोल्हापुर जिलों के विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए 25- 25 लाख रुपए की मदद की घोषणा भी की।