संघर्ष की इस घड़ी में ‘कहाँ’ हैं शरद पवार के ‘यह’ करीबी ?

समाचार : ऑनलाइन टीम – महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर उठा-पटक जारी है. पिछले कई दिनों से राज्य की राजनीती में कई असोचनीय और अकल्पनीय घटनाक्रम हो रहे हैं, जिन्होंने राज्य ही नहीं अपितु पूरे देश का ध्यान आकर्षित कर रखा है. यह सारे घटनाक्रम भाजपा, शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के इर्दगिर्द घूम रहे हैं. इसी बीच एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के भतीजे ने उन्हें दगा देकर, भाजपा का हाथ मिला लिया और उपमुख्यमंत्री बन गए. हालाँकि यह शरद पवार के लिए बहुत बड़ा झटका है, लेकिन ऐसे वक्त में उनका सबसे करीबी उनके साथ कहीं नजर नहीं आ रहा है.

हम बात कर रहे हैं एनसीपी के कद्दावर नेता प्रफुल्ल पटेल की. राज्य में जारी राजनितिक घटनाक्रमों पर अभी तक उनकी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, जिससे राजनैतिक खेमे में हैरानी है. उन्होंने अपना आखिरी ट्वीट 21 नवंबर (गुरुवार) को किया था, वह भी फुटबॉल के बारे में.

आश्चर्य की बात यह है कि उन्होंने अजीत पवार की बगावत पर अभी तक चुप्पी साध रखी है. अजीत पवार को मनाने की कवायदें शुरू हैं. एनसीपी के बड़े नेता जैसे दिलीप वलसे पाटिल और हसन मुश्रीफ , अजित को मना चुके हैं, पर बात नहीं बनी. हालाँकि पहले ऐसे मामलों के सुलझाने के लिए पवार, प्रफुल्ल पटेल को भेजते आए हैं. लेकिन अभी पवार को जरुर उनकी कमी खल रही होगी. हालाँकि अभी तक किसी को नहीं पता की पटेल कहा हैं? और सामने क्यों नहीं आ रहे हैं?

चर्चा है कि अजित पवार का चुप्पी साध कर बैठे रहने का कारण एयर इंडिया घोटाले की जाँच है. वे जाँच से बचने के लिए पिक्चर में नहीं आना चाहते. वहीं बातें यह भी निकलकर सामने आ रही हैं कि प्रफुल्‍ल पटेल को अजित पवार के बगावती कदम की जानकारी थी, लेकिन उन्होंने यह पार्टी को नहीं बताया.