नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम : भारत के धनकुबेर मुकेश अंबानी को जाते साल ने धोखा दिया और उनसे एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति होने का खिताब छिन गया। चीन के जुंग शानशान भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ते हुए एशिया के सबसे धनी व्यक्ति बन गए हैं। इस कारण दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में मुकेश अंबानी का नंबर 11वां हो गया है। वह टॉप टेन से बाहर हो गए हैं।
दूसरी तरफ, जुंग शानशान की साल 2020 में सात अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है, जिसके चलते उनकी कुल संपत्ति बढ़कर 77.8 अरब डॉलर हो गई है। इस बढ़ोतरी ने उन्हें एशिया का सबसे अमीर शख्स बना दिया है।
ब्लूमबर्ग बिलिनियर्स इंडेक्स के मुताबिक, शानशान ने यह मुकाम अपने बोतलबंद पानी और वैक्सीन बनाने वाली कंपनी की बदौलत हासिल किया है। ब्लूमबर्ग ने उन्हें दुनिया में सबसे तेजी से अपनी संम्पत्ति में इजाफा करने वाली सूची में भी जगह दी है। शेयर बाजार में जांग की कंपनियां सूचीबद्ध होते ही उनकी किस्मत बदल गई है। शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के बाद से अब तक नॉन्गफू स्प्रिंग की कीमत में 155 प्रतिशत का उछाल आया है जबकि वांटई बॉयोलॉजिकल के शेयरों में 2000 प्रतिशत की भारी बढ़त देखी गई।
66 वर्षीय जुंग राजनीति से बहुत दूर रहते हैं और न ही उनका बिजनेस दूसरे अरबपति परिवारों की तरह है। अमीरों की दुनिया में उन्हें लोन वुल्फ कहा जाता है। उनकी इस सफलता के पीछे उनकी दो कंपनियां हैं। पहली कंपनी बीजिंग वांटई बॉयोलॉजिकल फॉर्मेसी वैक्सीन बनाती है तो दूसरी कंपनी नॉन्गफू स्प्रिंग बोतलबंद पानी बनाती है। हालांकि जांग ने कई क्षेत्रों में अपना किस्मत अजमाया है। एशिया के सबसे अमीर शख्स बनने से पहले उन्होंने पत्रकारिता, मशरूम की खेती से लेकर स्वास्थ्य क्षेत्र में हाथ आजमाया और सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए। जुंग ने इस साल अप्रैल में वैक्सीन बनाने वाली कंपनी बीजिंग वान्टई बॉयोलॉजिकल को चीन के शेयर बाजार में सूचीबद्ध कराया था। इसी तरह तीन महीने बाद जुंग ने अपनी बोतलबंद पानी की कंपनी नॉन्गफू स्प्रिंग को हॉन्गकॉन्ग शेयर बाजार में सूचीबद्ध किया। वैसे ये बात भी चौंकाने वाली है कि जांग शानशान के आगे निकलने के पीछे कोरोना भी बड़ी वजह है।