शाहीन बाग़ : ठंड में वह छोटे बच्चे को लेकर प्रदर्शन में शामिल होती थी, ठंड लगने से बच्चे की हुई मौत 

नई दिल्ली, 4 फरवरी –शाहीन बाग़ में पिछले 50 दिनों से अधिक समय से हज़ारो महिलाएं नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ आंदोलन कर रहे है. इस आंदोलन में महिलाएं छोटे छोटे बच्चो को भी लेकर बैठी है. इसी आंदोलन में बैठी एक महिला के चार महीने के बच्चे मोहम्मद जहान की ठंड लगने से मौत हो गई है. लेकिन वह महिला अब भी इस प्रदर्शन में शामिल हो रही है. उसका कहना है कि यह उनके बच्चों के भविष्य के लिए है.

इस बच्चे के माता-पिता मोहम्मद आरिफ और नाजिया बाटला हाउस इलाके में प्लास्टिक की चादरों और कपड़ों से ढकी एक छोटी सी झोपडी में रहते है. उनके और  दो बच्चे है. एक 5 साल की बेटी और एक साल का बेटा।  आरिफ एक कढ़ाई कर्मचारी है और वह रिक्शा भी चलाता है. उसकी पत्नी कढ़ाई के काम में मदद करती है.
इस घटना को लेकर आरिफ ने कहा कि मैं अपने कढ़ाई के काम के अलावा बैटरी रिक्शा  चलाने के बावजूद ठीक से कमाई नहीं कर पाया। मेरे बेटे की मौत के बाद हम सब कुछ खो चुके है. उसने जहान की एक फोटो दिखाई जिसमे उसने ऊनी कैप पहनी है जिसमे लिखा है आई लव माय इंडिया।
नाजिया ने बताया कि विरोध प्रदर्शन से लौटने के बाद 30 जनवरी की रात जहान की नींद में ही मौत हो गई. मैं शाहीन बाग़ से रात करीब एक बजे लौटी थी. अन्य बच्चों के सोने के बाद मैं भी सो गई.  सुबह मैंने देखा की वह कोई रिस्पांस नहीं दे रहा है.उसकी नींद में ही मौत हो गई थी.
नाज़िया 18 दिसंबर से जहान के साथ प्रदर्शन में शामिल हो रही थी. उनसे कहा कि ठंड लगने की वजह से उसकी मौत हो गई. लेकिन हॉस्पिटल ने ऐसा कोई प्रमाण पत्र जारी नहीं किया है।