पिंपरी पुलिस के मुताबिक नेरकर परिवार महेशनगर में समीर नामक बंगले में रहता है। फिलहाल बंगले में रंगरोगन और दुरुस्ती का काम चल रहा है जिसके चलते दीपक की दोनों बेटियां उनके कोथरुड स्थित घर गई हुई थी। घर में भोजन और अन्य कामों के लिए बीते माह की 28 तारीख को उन्होंने एक नेपाली दंपति को नौकरी पर रखा है। कल सुबह दीपक की पत्नी अर्चना लड़कियों को लाने के लिए पुणे गई थी। घर पर दीपक और उनके माता-पिता थे।
दोपहर साढ़े तीन बजे जब अर्चना अपनी बेटियों के साथ लौटी तब दीपक ने नींद में ही दरवाजा खोला। शाम पांच बजे भी पति, सास, ससुर नींद से नहीं जागे। सात बजे के करीब अर्चना ने पहले दीपक को जगाया मगर सास- ससुर नहीं जागे। जब सास सुमनबाई की नींद खुली और वह बाथरूम जाने के लिए उठी तब वह गश खाकर गिर गई। इस बीच अर्चना की नजर घर के कपाट पर गई उसमें का सामान अस्तव्यस्त पड़ा था।
जेवर-नकदी सब नदारद थे। नेपाली दंपति भी उनके कमरे में न थे। अर्चना ने तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दी। उनके पति, सास- ससुर को पहले वाईसीएम हॉस्पिटल ले जाया गया इसके बाद उन्हें कमांड हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया। दीपक की तबीयत में सुधार है मगर उनके माता- पिता की हालत की गंभीर है। खासकर पिता की हालत नाजुक बताई जा रही है। इस बारे में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पिंपरी पुलिस छानबीन में जुट गई है।