सीरम इंस्टिट्यूट में भीषण आग…धुएं के गुबार के बीच सुरक्षित है वैक्सीन इकाई, लेकिन भारी नुकसान  

पुणे. ऑनलाइन टीम : देश को कोरोना वैक्सीन देने वाली सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में आग लगने की बड़ी खबर सामने आ रही है। टर्मिनल गेट 1 के अंदर एसईजेड 3 बिल्डिंग की चौथी और पांचवीं मंजिल पर आग लगी है।  मौके पर दमकल की 10 गाड़ियां पहुंच चुकी है। आग को नियंत्रित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। आग की वजह से चारों ओर धुएं का गुबार फैल गया। आग से हुए नुकसान के बारे में अभी तक जानकारी नहीं मिल पाई है।

सूत्रों के मुताबिक, अच्छी खबर यह है कि  जहां कोरोना की वैक्सीन तैयार की जा रही है, वो जगह पूरी तरह सुरक्षित है।  सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, यह आग एक निर्माणाधीन बिल्डिंग में लगी है और इससे वैक्सीन निर्माण पर कोई असर नहीं पड़ा है। घटना मंजरी प्लांट में हुई है। वैक्सीन और वैक्सीन निर्माण संयंत्र सुरक्षित हैं। यह वैक्सीन के उत्पादन को प्रभावित नहीं करेगा।

बता दें कि 300 करोड़ की लागत से बने इस प्लांट में बड़े पैमाने पर कोरोना की वैक्सीन कोविशील्ड का उत्पादन किए जाने की योजना है। पिछले साल ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने इस प्लांट का उद्घाटन किया था। हालांकि इस प्लांट में अभी वैक्सीन का उत्पादन शुरू नहीं हुआ है।

जैसा कि मालूम है कि यह कंपनी ही कोरोना वायरस की वैक्सीन कोविशील्ड का निर्माण कर रही है। इसकी भारत सहित कई देशों में आपूर्ति की जा रही है। इस कंपनी ने नोवावैक्स इंक के साथ भारत और अन्य देशों के लिए कोरोना वैक्सीन तैयार करने का करार किया है। करार के मुताबिक, सीरम इंस्टीट्यूट हर साल नोवावैक्स की दो अरब डोज तैयार करेगा।

सीरम ने अमेरिका कंपनी कोडाजेनिक्स के साथ भी कोरोना वैक्सीन का उत्पादन और वितरण करने का भी करार किया है। भारत की बात करें तो डीजीसीआई (ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया) ने देश में दो कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी है, जिसमें एक सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड और दूसरी भारत बायोटेक की कोवैक्सिन शामिल है। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ने ही किया है।