प्रेमिका के लिए एएमयू का पेपर लीक कराने का सनसनीखेज पर्दाफाश,

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाईन – लोग गर्लफ्रेंड के लिए क्या-क्या नहीं करते है ? यहां तक की बड़े से बड़ा जुर्म करने से भी पीछे नहीं रहते हैं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की एमबीए की प्रवेश परीक्षा का पेपर रविवार को लीक हो गया था। इतना ही प्रश्नों के उत्तर की पर्चियां भी परीक्षा सेंटर के अंदर पहुंच गई थी। अब इस मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस खुलासे से पहले आपको बता दे कि प्रश्न पत्र के लीक होने से यूनिवर्सिटी में खलबली मच गई थी। रविवार की देर शाम इस मामले के सरगना बसपा नेता फिरोज आलम सहित चार अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया। फिरोज के बारे में बताया जाता है कि वह अलीगढ़ के मेयर मो। फुरकान का करीबी है। गिरफ्तार हुए अन्य लोगों में एक पूर्व छात्र और दो एएमयू कर्मी भी शामिल हैं।

एएमयू की तरफ से केस दर्ज कराया गया

गिरफ्तार हुए आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस की टीमें पेपर सॉल्वर व रैकेट के अन्य सदस्यों की तलाश में देर शाम तक दबिश डाली गई। उधर इस मामले में एएमयू की तरफ से केस दर्ज करा दिया गया। एमबीए की प्रवेश परीक्षा रद्द करने के भी संकेत मिलने लगे। वहीं दूसरी तरफ गिरफ्तार छात्रों के पक्ष में सिफारिशों का दौर भी शुरू हो गया। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों को शहर के बाहर किसी गुप्त स्थान पर रखा। पुलिस ने फिरोज आलम की कार भी जब्त कर ली।

पेपर कम मिलने पर खोजबीन शुरू हुई

एएमयू में रविवार को बी।टेक, एमबीए (आईबी) व एमबीए( इस्लामिक बैंकिंग एंड फाइनेंस)  की प्रवेश परीक्षा 10 से 12 बजे तक हुई। घटनाक्रम फैकल्टी ऑफ आर्ट्स और सोशल साइंस का है जहां 11।45 बजे परीक्षा स्टॉफ ने अनुपस्थित अभ्यार्थियों की संख्या और उनके अनुसार पेपरों का मिलान किया तो उसमे ंसेंटर कोड।160 क  के कक्ष संख्या एफ-ए-05 में एक पेपर कम था। परीक्षा अधिक्षक प्रो।इफ्फत असगर व असिस्टेंट प्रो। आदम मलिक खान ने खोजबीन शुरू की तो पेपर के यूनिवर्सिटी से बाहर जाने की बात सामने आई। इसके बाद इसकी जानकारी सीनियर अधिकारियों को दी गई।

4 लोगों को कस्टडी में लेकर की गई पूछताछ

सूचना पर पहुंची पुलिस ने 4 लोगों को कस्टडी में लिया। पूछताछ में फिरोज आलम ने स्वीकार किया कि एमबीए की प्रवेश परीक्षा में उसकी प्रेमिका शामिल हुई थी। उसने प्रेमिका से पेपर आउट कराने का वादा किया था लेकिन फिरोज वह पेपर आऊट नहीं करा पाया। उसने प्रेमिका के दोस्तों के कहने पर फर्जी आंसर भी भेज दिया था। जब घर आकर प्रेमिका ने आंसर का मिलान किया तो वह गलत निकला। इसके बाद उसने फिरोज पर जमकर अपना गुस्सा निकाला और उस दिन से उससे दूरी बना ली।  इसद घटना के बाद फिरोज से हैदर की मुलाकात हुई और दोनों ने मिलकर हैदर व उसकी प्रेमिका के पेपर लीक करने के लिए इरशाद को तैयार किया। इरशाद जो एएमयू का कर्मचारी है उसे राजनीतिक रसूख के दम पर नौकरी स्थायी कराने का वादा किया गया। फिरोज की  राजनीतिक पहुंच को देखकर इरशाद उसमें फंस गया। सीओ ने बताया कि फरार सॉल्वर और हैदर की प्रेमिका की तलाश की जा रही है। अन्य चार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।

सीओ तृतीय अनिल समानिया के अनुसार गिरफ्तार हैदर जिस फ्लैट में रहता था, जिसमें बैठकर पेपर सॉल्व करता था वह उसके मामा तहसीम सिद्दिकी का है, जो कन्नौज के जिला पंचायत अध्यक्ष है। उस कमरे को सील कर दिया गया है। बताया जाता है कि तहसीम सिद्दिकी पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश जाधव के काफी करीबी थी।