सनसनीखेज दावा… तीन दिन अंधेरे में डूब जाएगी धरती    

ऑनलाइन टीम. लंदन : अगले दशक में पृथ्वी तीन दिन के लिए अंधेरे में डूब जाएगी। खुद को टाइम ट्रेवलर बताने वाले एक शख्स ने यह दावा किया है। टाइम ट्रेवलर ने अपने दावे को लेकर एक वीडियो टिकटॉक पर डाला है। इस यूजर ने इशारा किया है कि 6 जून, 2026 को धरती पर कुछ बड़ा होने वाला है। उसने कहा, ‘मानें या नहीं यह वास्तव में 6 जून 2026 को होने जा रहा है। इस दिन पृथ्वी तीन दिन के लिए अंधेरे में चली जाएगी।  आसमान की ओर न देखें, रोशनी पिरामिड की ओर से आ रही है। मोमबत्ती को छोड़कर किसी और इंसानी प्रकाश का इस्तेमाल न करें।’ टाइम ट्रेवलर ने अपने दर्शकों को चेतावनी दी कि उन्हें तैयार होना होगा और घर के अंदर ही रहना होगा।

बता दें कि करीब 539 साल पहले वर्ष 8 मार्च, 1582 के दिन विनाशकारी महातूफान आया था। उस समय इस सौर तूफान के चलते सूरज आग उगल रहा था और आसमान मानो धधक रहा था। चारों तरफ आग ही आग नजर आ रही थी। इस सदी में भी पृथ्वी पर महाविनाशकारी सौर तूफान का खतरा मंडराने लगा है।  वैज्ञानिकों के मुताबिक 1582 में जो सौर तूफान आया था, वह तीन दिनों तक चला था और यह यूरोप से पूर्वी एशिया तक फैल गया था। माना जाता है कि 1582 जैसा तूफान हर सदी में आता है और यह एक सदी में एक या कभी-कभी दो बार भी देखने को मिलता है।

विशेषज्ञ भी मानते हैं कि इस तूफान के चलते दुनिया में बिजली गुल हो सकती है। वर्ष 1989 में आए सौर तूफान की वजह से कनाडा के क्यूबेक शहर में 12 घंटे के लिए बिजली ठप हो गई थी। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है इस बार तूफान पिछली बार से ज्यादा भयावह हो सकता है। इस तूफान से अंतरिक्ष में चक्कर लगा रहे सैटेलाइट प्रभावित हो सकते हैं साथ ही संचार और जीपीएस प्रणाली भी ठप हो सकती है।

प्रबल आशंका है कि 21वीं सदी में भी इस तरह का तूफान पृथ्वी से टकरा सकता है। आने वाले 79 वर्षों में कभी भी पृथ्वीवासियों को इस तरह से लपटों का सामना करना पड़ सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो 11 साल के चक्र में सूरज की गतिविधि कम और तेज होती है। सोलर चक्र 25 अभी पिछले साल ही शुरू हुआ है। अत: माना जा रहा है कि 2025 में सूरज अपने चरम पर होगा।