मुस्लिम बुद्धिजीवियों की राहुल को सलाह गरीबी और शिक्षा को बनाए मुद्दा

नई दिल्ली । समाचार ऑनलाइन

2019 लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुस्लिम वोट बैंक को साधने की तैयारी शुरू कर दी है। इसी प्रयास में उन्होंने बुधवार को मुस्लिम समुदाय के 12 बुद्धिजीवियों से मुलाकात की। इन मुस्लिम बुद्धिजीवियों में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिसर्विटी के पूर्व अध्यक्ष जेड के फैजान, जेएनयू की प्रोफेसर जोया हसन, इतिहासकार इरफान हबीब, सच्चर कमिटी के पूर्व सदस्य जफर महमूद के अलावा कई6 अन्य लोग शामिल हुए।

इस बैठक में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए लोगों के गुस्से को धार्मिक उन्माद में बदलने का काम कर रही है। इस मीटिंग में राहुल ने यह भी माना कि पूर्ववर्ती यूपीए सरकार लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने में नाकाम रही, जिसकी वजह से 2014 के चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। राहुल ने कहा, ‘हमसे भी गलतियां हुई हैं, हम देश की उम्मीदों को पूरा नहीं कर पाए। इसी वजह से हम हारे।

राहुल गरीबी और शिक्षा को बनाएं मुद्दा

इस बैठक में मुस्लिम बुद्धजीवियों ने राहुल गांधी को मुस्लिम समुदाय की बातों से हटकर गरीबी और शिक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा करने की सलाह दी। इतिहासकार एस. इरफान हबीब ने कहा, देश के लगभग 16 फीसदी मुसलमानों के भी वही मुद्दे हैं, जो इस देश के आम लोगों के मुद्दे हैं। केवल चार फीसदी मुसलमान ही तीन तलाक जैसे मुद्दों से प्रभावित होते हैं, जिसका भाजपा फायदा उठाती आई है।