कंपनी से 50 हजार रुपए की फिरौती मांगने वाले शातिर पर शिकंजा

पिंपरी। कंपनी की जमीन सपाटीकरण का काम छोड़ने के लिए 50 हजार रुपए की फिरौती के धमकाने के मामले में पिंपरी चिंचवड़ की म्हालूंगे पुलिस ने एक शातिर पर शिकंजा कसने में सफलता पायी है। भामा नदी पर रहे पुल के पास जाल बिछाकर संतोष मधुकर मांजरे (29, कोरे खुर्द, खेड, पुणे) नामक आरोपी को गिरफ्तार किया है। संतोष एक शातिर बदमाश है, उसके खिलाफ 2013 में दो लोगों की हत्या का मामला दर्ज है। इसी मामले में 2019 तक वह येरवडा जेल में कैद था। उसके खिलाफ हत्या के दो, आर्म्स एक्ट के दो और फिरौती जैसे संगीन अपराध दर्ज है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी संतोष मांजरे ने एक कंपनी में ठेका हासिल करने के लिए पहले के ठेके का काम रोकने के लिए धमकी दी। काम शुरू रखने के लिए हर माह 50 हजार रुपए की फिरौती की मांग की। इस बारे में म्हालूंगे पुलिस थाने में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। हालांकि इसके बाद वह फरार हो गया था। इस बीच पुलिस को उसके कुरकुंडी गांव से कोरेगांव खुर्द में सफेद रंग की कार में आने की खबर मिली। इसके अनुसार म्हालुंगे
थाने के पुलिस निरीक्षक अरविंद पवार के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस निरीक्षक दत्तात्रय गुलीग, उपनिरीक्षक ज्ञानेश्वर दलवी, हवलदार चंदु गवारी, राजु कोणकेरी, अमोल बोराटे, पवन वाजे, विठ्ठल वडेकर, शिवाजी लोखंडे, संतोष काले, हिरामन सांगडे, शरद खैरे की टीम ने भाम नदी केे पुल केे पास जाल बिछाया।
पुलिस टीम को देखते ही संतोष कार सड़क पर ही छोड़कर पास में गन्ने के खेतों में भाग गया। पुलिस ने ज्यादा टीम बुलाकर जिस खेत में वह छिपा था उसे चारों तरफ से घेर लिया। उसे पुलिस के हवाले होने को कहा गया लेकिन वह वहां से भागने की कोशिश करने लगा। हालांकि भागने में वह नाकाम रहा और पुलिस ने उसका पीछा करते हुए उसे दबोच लिया। तलाशी में उसके पास से एक देसी पिस्तौल और छह राउंड बरामद किए गए। उसके कार की तलाशी लेने पर उसमें भी तलवार और अन्य घातक हथियार मिले। इसके बाद पुलिस ने संतोष को गिरफ्तार कर उसकी कार और असलहे जब्त कर लिए। पुलिस यह जानने में जुटी है कि उसने पिस्तौल और राउंड कहाँ से हासिल किए और उसका प्लान क्या था।