सिक्योरिटी गार्ड्स को धमकाकर कंपनी से माल चुराने वाली गैंग पर शिकंजा

9 आरोपी गिरफ्तार, 2 फरार; 33.34 लाख का माल बरामद
संवाददाता, पिंपरी। सिक्योरिटी गार्ड्स चाकू से धमकाकर और आंखों में मिर्च झोंककर कंपनी से लाखों रुपए का माल लूटने की घटना हालिया चाकण के महालुंगे में सामने आयी है। इस घटना में डकैतों ने तांबा और पीतल धातु के बने 25 लाख 87 हजार रुपए का माल चुरा लिया था। इस मामले में पिंपरी चिंचवड़ की महालुंगे पुलिस ने एक गैंग पर शिकंजा कसा है। इस दो महिलाओं समेत  गैंग के 9 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अन्य 2 फरार चल रहे हैं। आरोपियों से 33 लाख 34 हजार 397 रुपए का माल बरामद किया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों में रोहन विजय सूर्यवंशी (28 निवासी, कासारवाडी, पुणे), राहुल अंकुश क्षीरसागर (21, निवासी काला खडक, वाकड, पुणे), रतन महादेव दनाने (19, निवासी कालोखेवाडी, तलेगांव दाभाडे, पुणे), अन्सार जुल्फीकार खान (25, निवासी दापोडी, पुणे), अब्दुल सत्तार करिम (23, निवासी दापोडी, पुणे), अरबाज रईस शेख (20, निवासी दापोडी, पुणे), मीना अंकुश क्षीरसागर (40, निवासी काला खडक, वाकड, पुणे), अर्जुन मोहनलाल भट (24, निवासी साने चौक, चिखली, पुणे), विद्या मनोज मगर (23, निवासी कालोखेवाडी, तलेगांव दाभाडे, पुणे) का समावेश है। उनके किरण गिरी और हर्षद खान नामक साथी फरार है।
पिंपरी चिंचवड़ पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने एक संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी देते हुए बताया कि, आरोपियों ने 25 जून को भी टेक इंडस्ट्रीज नामक कंपनी में घुसकर वहां तैनात सिक्युरिटी गार्ड्स को चाकू की नोंक पर धमकाया और उनकी आंख में मिर्च पावडर झोंककर उनसे मारपीट की गई। इसके बाद कंपनी में घुसकर 25 लाख 87 हजार रुपए के तांबा और पीतल धातु के माल को चुरा लिया। इस वारदात को लेकर महालूंगे पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद चंद घंटों में पुलिस ने 9 आरोपियों को धर दबोचा है। उनमें दो महिलाओं का भी समावेश है। जांच के दौरान पुलिस को एक टेंपो पर संदेह हुआ था, पूछताछ में पता चला उसमें चोरी का माल था जिसे बेचने के लिए आरोपी आए थे, तब उन्हें दबोचा गया। इस मामले में 2 अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। इस कार्रवाई को महालुंगे पुलिस चौकी के पुलिस निरिक्षक अरविंद पवार, पुलिस निरिक्षक (क्राइम) दशरथ वाघमोडे के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस निरिक्षक दत्तात्रय मुलीग, सुरेश यमगर, चंदु गवारी, राजू कोणकेरी, अमोल बोराटे, विठ्ल वडेकर, शिवाजी लोखंडे, संतोष काले, हिरामन सांगडे, शरद खैरे, प्रितम ढमढेरे, जयकुमार शिकारे, साहेबराव टोपे, सोनम खंडागले की टीम ने अंजाम दिया।