अपने पालतू प्राणियों को गर्मी के कहर से बचाएं : डॉ. अरुण दगड़े 

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – गर्मी तेज होने से नागरिकों के साथ पालतू प्राणी भी विभिन्न बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। पिंपरी-चिंचवड़ के वेटरिनरी विभाग में अप्रैल में 820 पालतू प्राणियों को भर्ती कराया गया था। 14 मई तक 420 पेशेंट दर्ज किए जा चुके हैं। कुल मिलाकर अब तक 1,240 बीमारर पेट्स मिले हैं। धूप में तेजी के चलते पालतू प्राणियों के विषय में विशेष रूप से सावधानी बरतना जरूरी हो गया है। हमारे शरीर की तुलना में उनके शरीर का तापमान ज्यादा होता है। इस वजह से गर्मी उन्हें हमसे ज्यादा परेशान करती है।
गर्मी के साथ बीमारियों का भी खतरा
वेटरिनरी ऑफिसर डॉ. अरुण दगड़े ने कहा, गर्मी के साथ बीमारियों का खतरा भी पैदा होता है। अपने प्रिय पेट्स की धूप से सुरक्षा हमारी ही जिम्मेदारी है। प्राणियों को धूप से बचाएं, उन्हें तेज धूप के दौरान बाहर न निकालें, उनके शरीर का तामपान कम करने के लिए समय-समय पर साफ व ठंडा पानी दें। प्राणियों के पास पसीने की ग्रंथियां न होने से पसीना नहीं निकलता मगर तापमान में भारी वृद्धि हो जाती है। यदि हर दो-तीन घंटे में उन्हें साफ व ठंडा पानी दिया जाए तो उनपर गर्मी का असर कम हो जाएगा। आवश्यकता होने पर उन्हें नारियल पानी भी पिलाया जा सकता है। उन्हें कुछ कम मात्रा में व ताजा भोजन दें। यदि भोजन ताजा नहीं हो तो पेट्स उसे खाकर बीमार हो जाएंगे। अपने पेट की आदत के अनुसार निर्धारित समय पर ताजा व पौष्टिक भोजन दें।
पालतू प्राणियों के लिए स्पेशल पिंजरा
डॉक्टर अरुण दगड़े ने कहा, पालतू प्राणियों के लिए कई बार स्पेशल पिंजरा बनाया जाता है। उसके लिए अलग व्यवस्था करनी होती है, मगर तेज गर्मी के दौरान उनके लिए पिंजरे में रहना काफी कठिन हो जाता है। गलेे में काले रंग का पट्टा या लोहे की चेन का उपयोग कम से कम गर्मी में तो ना ही करें। इससे उन्हें परिसर के तापमान के साथ तालमेल बिठाने में आसानी होगी। कई बार उन्हें कार में बिठाकर यात्रा करनी पड़ती है। फोर व्हीलर्स में उन्हें गर्मी की परेशानी होती है। गाड़ी को बहुत देर तक पार्क करने व उन्हें गाड़ी में रखने से वे बीमार हो सकते हैं। इसलिए गाड़ी के शीशे खुले रखें व खुली हवा आने दें। गाड़ी में गीले टॉवेल का उपयोग भी पेट्स को गर्मी से बचा सकता है।
पेट्स को लू से बचाना हमारी जिम्मेदारी  
डॉ. दगड़े ने कहा, गर्मी में तेजी से वृद्धि के चलते सभी अपने पेट्स का विशेष रूप से ध्यान रखें। वे तेज गर्मी में लू का शिकार हो सकते हैं। उन्हें इससे बचाना भी हमारी ही जिम्मेदारी है। गर्मी के प्रभाव से बचाने के लिए उन्हें पौष्टिक खाना व ठंडा पानी दें। लू के शिकार प्राणियों के शरीर पर पानी छिड़कें तथा सिर पर बर्फ रखें। गर्मी के दौरान उनका टीकाकरण (वैक्सिनेशन) जरूर कराएं।फ