बेंगलुरु. ऑनलाइन टीम : स्वास्थ्य में सुधार के बाद भ्रष्टाचार के मामले में बेंगलुरु में जेल की सजा काट रही अन्नाद्रमुक की निष्कासित नेता वीके शशिकला के आज जेल से रिहा किये जाने की उम्मीद है। हालांकि इस दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित शशिकला का इलाज जारी रहेगा। शशिकला को 20 जनवरी को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था और बाद में उन्हें बॉरिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में शशिकला की गंभीर स्थिति को देखते हुए विक्टोरिया अस्पताल के आईसीयू वार्ड में शिफ्ट किया गया था।
शशिकला के भतीजे टीटीवी दिनाकरन ने ट्वीट कर बताया है कि बेंगलुरु मेडिकल कॉलेज और अनुसंधान संस्थान ने कहा है कि शशिकला सचेत, सतर्क और बेहतर महसूस कर रही हैं। उनकी नाड़ी की दर 76 प्रति मिनट है और रक्तचाप 166/86 है। डॉक्टरों से उचित परामर्श के बाद शशिकला के बेंगलुरु अस्पताल से आने की तारीख की घोषणा की जायेगी। क्योंकि, कोरोना संक्रमण की घटनाओं में बहुत कमी आयी है। उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
A two-day special West Bengal Assembly Session to begin today. pic.twitter.com/Zd3kD2wy1w
— ANI (@ANI) January 27, 2021
मालूम हो कि शशिकला को फरवरी 2017 में अपनी भाभी जे इलावरासी और जयललिता के पालक पुत्र वीएन सुधाकरन के साथ 66 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति मामले में चार साल के कारावास की सजा सुनाई गई थी। यह मामला 1991-1996 तक तमिलनाडु की मुख्यमंत्री के रूप में जयललिता के कार्यकाल में 66.65 करोड़ रुपये की संपत्ति से संबंधित है। सितंबर 2013 में, एक विशेष अदालत ने जयललिता को चार साल के साधारण कारावास की सजा सुनाई।
उन्हें 100 करोड़ रुपये का जुर्माना भरते हुए सीएम पद छोड़ना पड़ा। उनके साथ ही तीन अन्य आरोपियों शशिकला, वीएन सुधाकरन, और इलावरासी को भी दोषी ठहराया गया था। सभी पर 10 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया था। जयललिता ने कर्नाटक हाईकोर्ट में सजा को चुनौती दी, जिसने उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया लेकिन साल 2017 में, सुप्रीम कोर्ट ने इन चारों को दोषी ठहराते हुए विशेष अदालत के फैसले को बरकरार रखा। 5 दिसंबर 2016 को उनकी मृत्यु के चलते जयललिता के खिलाफ आरोप समाप्त कर दिए गए थे।