संजय राउत इतने बड़े नेता नहीं हैं कि उनके हर सवाल का जवाब दिया जाए : फडणवीस

भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से फोन टैपिंग मामले पर ध्यान देने की मांग करने के लिए मुलाकात की। इसके बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेना सांसद संजय राउत द्वारा दिए गए बयान पर भी सवाल पूछे गए। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़णवीस ने राउत के बारे में बोलते हुए कहा कि राउत के पास बहुत समय है और वो इतने बड़े नेता नहीं हैं कि उनके हर सवाल का जवाब दिया जाए।

मुख्यमंत्री से मिलने के बजाय  भाजपा नेता राज्यपाल के पास जाते हैं क्योंकि राज्यपाल भाजपा के कार्यकर्ता हैं ऐसा कहते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने आलोचना की थी। ऐसा एक पत्रकार ने फड़णवीस से पूछा। इसका जवाब देते हुए फडणवीस ने कहा कि संजय राउत के पास बहुत समय है। यदि उनके पास खबर नहीं है,  तो आप उन तक पहुँचते हैं। संजय राउत इतने बड़े नेता नहीं हैं कि मैं उनके हर सवाल का जवाब दूं। राज्यपाल संविधान के अनुसार प्रमुख हैं इसलिए हम उनके पास गए। जब हम जाते हैं,  वे (राज्यपाल) भाजपा के नेता होते है और जब आप उन्हे नमस्कार करते हैं, तो वे किसके नेता होते है? यह सवाल फडणवीस ने उठाया।

बदली घोटाले के मामले में मुख्यमंत्री को टिप्पणी करने की कोई आवश्यकता नहीं, ऐसा बचाव सत्ताधारी कर रहे हैं। यह सवाल फ़डणवीस से पूछा गया इसपर फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री के लिए इस मुद्दे पर बात करना मुश्किल होगा। वे जानते हैं कि इसके बारे में बात करना मुश्किल है। बोला तो  इस मामले की जांच करनी पड़ेगी, जांच के आदेश देने पड़ेंगे। यह सब वे नहीं करना चाहते हैं। यह अपनी सरकार को बचाने के लिए,  सूदखोरी के समर्थन में किया जा रहा है। संजय राउत सरकारी अधिकारी नहीं हैं। उनके बयान को आधिकारिक बयान नहीं माना जा सकता। इसलिए सरकार की तरफ से कौन बोल रहा है? और यह भी बताएं कि वे बात क्यों नहीं कर रहे हैं। यह मांग भी फ़डणवीस ने की।

फडणवीस ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में राज्य में जो घटनाएं हो रही है वो चिंताजनक है। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री की चुप्पी सबसे चिंताजनक बात है। मुख्यमंत्री की चुप्पी खतरनाक है। शरद पवार ने दो प्रेस कॉन्फ्रेंस की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसी तरह इसमे कांग्रेस का अस्तित्व ही नहीं दिखा रहा है।  दिल्ली में नेता अलग तरह से बोलते हैं। यहां के नेता अलग तरह से बोलते हैं। ये सब केवल सत्ता के लिए एक साथ हैं,  बाकी कुछ नहीं है। आगे बोलते हुए फडणवीस ने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमे कांग्रेस का कितना हिस्सा है।

मुख्यमंत्री से राज्यपाल को बात करनी चाहिए

फ़डणवीस ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री नहीं बोल रहे हैं, तो राज्यपाल को उनसे बात करनी चाहिए। भाजपा नेताओं ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया है कि वे चाहते हैं कि राज्यपाल ट्रांसफर रैकेट पर सरकार द्वारा की गई कार्रवाई पर मुख्यमंत्री से रिपोर्ट मांगे। भाजपा नेताओं ने कहा है कि वे 100 से अधिक मुद्दों को राज्यपाल के निदर्शन में लाए हैं।