संभाजी भिडे के बयान पर भड़के संजय राउत; कहा- ऐसे आलतू-फालतू बहुत आए

मुंबई : शिव प्रतिष्ठान के संस्थापक संभाजी भिड़े ने कहा है कि कोरोना के कारण मरने वाले लोग जीने के लायक ही नहीं थे। सांगली में बोलते हुए, संभाजी भिडे ने कहा कि कोरोना कोई बीमारी नहीं है और जो लोग कोरोना से मरते हैं वे जीने के लायक नहीं हैं। साथ ही उन्होने कहा कि जिन्हें जीना है वे जियेंगे, जिन्हें मरना है वे मरेंगे। संभाजी भिडे ने कहा कि कोरोना के कारण लगाए गए लॉकडाउन का पागलपन सरकार बंद करें। संभाजी भिडे के बयान पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने नाराजगी व्यक्त की।

राज्य में जहां कोरोना वैक्सीन को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चल रहा है वहाँ संभाजी भिडे के बयान ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। संजय राउत ने भिडे के बयान पर कहा कि  भाजपा के एक विचारक हैं,  उन्होने कोरोना से मरने वाले लोगों का अपमान किया है। हम आपको दिखाएंगे कि हम कौन हैं। ऐसे फालतु लोग महाराष्ट्र में आए और चले गए। महाराष्ट्र ने ऐसे अंडु-पंडुओं को सबक सिखाया है। ऐसे शब्दो में राउत ने संभाजी भिडे पर टिप्पणी की।

संभाजी भिडे ने क्या कहा?

 देश में हर जगह चल रहे खेल के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों जिम्मेदार हैं। कोरोना बीमारी का कोई अस्तित्व ही नहीं है। सबका जीवन अपने हाथ में है। लोग खुद की सेहत का ख्याल रखेंगे। सरकार को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है। इस लॉकडाउन में कितने लोग भूखे मर गए। कितने लोग बेरोजगार हो गए। इसकी किसी को परवाह नहीं। सड़कों पर सब्जी बेचने वालों को लाठियों से पीटा जाता है और शराब की दुकान पर भीड़ लगाने वालों को छोड़ दिया जाता है। सभी व्यापार को बंद रख कर शराब की दुकान खोली जा रही, ये कौन सा तरीका है।

पूरे देश में पागल और अजीबोगरीब जनता के कारण कोरोना का प्रकोप शुरू हो गया है। कोई लॉकडाउन की आवश्यकता नहीं है। लोगों के स्वास्थ्य को लोगों पर छोड़ दें और सरकार अपना काम उचित तरीके से करे। शराब, मावा, मटका, चरस, गांजा सभी खुले हैं और बच्चे एकसाथ खेल नहीं सकते हैं। व्यायाम नहीं करना मूर्खता है। मास्क लगाने से कुछ नहीं होगा। इसलिए मास्क का उपयोग करने की कोई जरूरत नहीं है। भिडे ने कहा कि सेना के जवान को मास्क पहन कर लड़ने के लिए कहना है क्या, जहाँ मरना के लिए ही लड़ना है वहाँ मास्क की जरूरत ही नहीं है।