पुणे, 16 जुलाई : (Samruddha Jeevan scam) देश के कई राज्यों में हज़ारों आम निवेशकों और किसानों के साथ आर्थिक धोखाधड़ी करने वाले समृद्ध जीवन घोटाला (Samruddha Jeevan scam) के कई डॉक्युमेंट्स इससे पहले ही जब्त किये जा चुके है। सीआईडी ने इस अपराध की जांच करते हुए आज तक छिपाकर रखे गए महत्वपूर्ण डॉक्युमेंट्स (Important documents) की दूसरी किश्त भी जब्त कर ली है। समृद्ध जीवन घोटाला मामले (Samruddha Jeevan scam) में डॉक्युमेंट्स की पहली किश्त सप्ताह भर पहले नरहे से जब्त किया गया था।
स्टेट क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट ने इस मामले में डॉक्युमेंट्स की दूसरी किश्त पुणे शहर के धायरी से जब्त की है। सीआईडी दवारा नरहे की एक सोसायटी से डॉक्युमेंट्स जब्त किये जाने के बाद बुधवार को धायरी के एक घर पर छापा मारा था। इस घर में आज तक छिपाकर रखे गए काफी सारे डॉक्युमेंट्स सीआईडी के हाथ लगे है। आगे की जांच के लिए इन डॉक्युमेंट्स को जब्त किया गया है। संबंधित डॉक्युमेंट्स की स्टडी कर जरुरी जानकारी सीआईडी को मिलने की उम्मीद है।
खेती के पूरक बिज़नेस के रूप में बकरी पालन व अन्य बिज़नेस से बड़ा आर्थिक फायदा होने का लालच देकर महेश मोतेवार व उसकी कंपनी के साथियों ने देश के कई राज्यों में लोगों के साथ ठगी की है। इस मामले में महेश मोतेवार के खिलाफ देश के 22 राज्यों में 28 केस दर्ज किया गया है।
समृद्ध जीवन घोटाला की व्यापकता बड़ी होने की वजह से इसकी जांच सीआईडी को सौंपी गई है। इस मामले में कुल 25 लोग शामिल है जिनमे से 17 लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि 8 लोग फरार है। महेश मोतेवार फ़िलहाल उड़ीसा में जेल में बंद है। इस मामले की जांच सीआईडी के आर्थिक क्राइम ब्रांच के पुलिस सुप्रीटेंडेंट संदीप दिवान कर रहे है। पुलिस डिप्टी सुप्रीटेंडेंट मनीषा धामणे पाटिल ने डॉक्युमेंट्स की दूसरी किश्त जब्त की है।
यह कार्रवाई डिप्टी पुलिस सुप्रीटेंडेंट मनीषा धामणे पाटिल, पुलिस इंस्पेक्टर सीताराम फंड, विट्ठल पवार, सहायक पुलिस इंस्पेक्टर अरुण मोरे, विकास कोली, सचिन उबाले, महेंद्र तुपे, आशा जाधव, कविता नाइक, दीपाश्री सालुंके, भाग्यश्री मोहिते, ज्योति धनुरकर, दीपाली चव्हाण, माधुरी मोरे और सारिका कुंभार की टीम कर रही है।