Sadashiv Khade | सभी ओबीसी मंत्री नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार कर इस्तीफा दें

पिंपरी : Sadashiv Khade | राज्य में महाविकास आघाड़ी सरकार (Mahavikas Aghadi government) ने स्थानीय निकायों में ओबीसी आरक्षण (OBC reservation) की अक्षम्य रूप से उपेक्षा की है। इसलिए बुधवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) को स्थानीय निकायों के घोषित चुनावों में ओबीसी की सीटों को खुली श्रेणी में फिर से घोषित करना चाहिए। साथ ही यह भी आदेश दिया है कि इन सीटों के नतीजे बाकी सीटों के चुनाव के साथ ही घोषित कर दिए जाएं। महाविकास आघाड़ी सरकार ने अदालत द्वारा दी गई समय सीमा के भीतर इम्पीरिकल डेटा एकत्र नहीं किया। इसीलिए कोर्ट ने यह आदेश पारित किया। इसका असर सभी पार्टियों के ओबीसी कार्यकर्ताओं पर पड़ेगा।इस आदेश से राज्य में ओबीसी समुदाय में आक्रोश है। यह बताकर पिंपरी चिंचवड़ (Pimpri Chinchwad) शहर के भाजपा नेता और प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष सदाशिव खाड़े (Sadashiv Khade) ने कहा है कि राज्य सरकार (State Government) के सभी ओबीसी मंत्रियों को नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए और राज्य में ओबीसी आरक्षण के राजनीतिक परिणाम के अंतिम परिणाम तक कोई स्थानीय निकाय चुनाव (Election) नहीं होने देना चाहिये।

 

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के निर्देशानुसार, राज्य में महाविकास आघाड़ी सरकार ने पहले ओबीसी का शाही डेटा एकत्र करने के लिए एक आयोग का गठन किया था, लेकिन आयोग को राशि नहीं दी गई है। इस संबंध में, आयोग के सदस्य अक्सर मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री को धन उपलब्ध कराने के बारे में अनुस्मारक देते थे।  राज्य सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया जबकि ओबीसी मंत्रियों ने सत्ता के कारण इसे नजरअंदाज कर दिया। यदि महाविकास आघाड़ी की सरकार वास्तव में ओबीसी को आरक्षण देना चाहती है, तो धन इकट्ठा करके और इम्पीरिकल डेटा (Imperial data) एकत्र कर उसे हाई कोर्ट (High Court) में पेश किया होता।

 

हालांकि ऐसा कुछ किए बिना, सुप्रीम कोर्ट द्वारा ओबीसी के आरक्षण पर रोक लगाने और फिर अध्यादेश को हटाकर ओबीसी को आरक्षण देने का नाटक करने के बाद राज्य सरकार की नींद खुल गई। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी, महाविकास आघाड़ी सरकार को अब निर्धारित समय के भीतर इम्पीरिकल डेटा एकत्र करना चाहिए और ओबीसी समुदाय (OBC community) की आंखों में छींटाकशी किए बिना इसे अदालत में पेश करना चाहिए। अन्यथा, समय आने पर ओबीसी समुदाय इस सरकार में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस और कांग्रेस को अपनी जगह दिखाएगा। यह चेतावनी पिंपरी चिंचवड़ शहर के भाजपा नेता और प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष सदाशिव खाड़े ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा ।

 

 

 

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