फर्जी आधार कार्ड के जरिये आरटीई एडमिशन का रैकेट

पुणे (संवाददाता) समाचार ऑनलाईन – फर्जी आधार कार्ड बनाकर आरटीई के तहत दलित, वंचित घटकों के बच्चों के लिए आरक्षित सीटों पर एडमिशन दिलाने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया गया है। हड़पसर पुलिस ने इस रैकेट को उजागर करते हुए पांच सदस्यीय गिरोह ओर शिकंजा कस लिया है। इस कार्रवाई के बाद फिर एक बार आधार कार्ड की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा हुआ है।
दीपक विठ्ठल गरुड (36, निवासी महादेवनगर, हडपसर), सचिन बहिरट (36, निवासी मालवाडी, हडपसर), सुधीर अभिमन्यू काकडे (35 निवासी मालवाडी, हडपसर), ऋषिकेश भानुदास इमाले (28, निवासी टाकवे खुर्द, मावल) और अनिकेत सुरेश शिंदे (32, निवासी शुक्रवार पेठ, पुणे) ऐसे गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं।
पुलिस के मुताबिक यह गिरोह स्कूलों में एडमिशन लेनेवाले जरूरतमंद अभिभावकों को खोजता। उन्हें एडमिशन का लालच देकर उनसे 50 हजार से एक लाख रुपए तक ऐंठता। एडमिशन के लिए अभिभावक व उनके बच्चों के नाम पर फर्जी आधार कार्ड बनवाते और उनकी सालाना आय एक लाख से कम रहने के कागजात तैयार कर आरटीई के तहत ऑनलाइन एडमिशन की प्रक्रिया में प्रस्तुत करते।
यह गिरोह हड़पसर के एक लॉज से अपना रैकेट ऑपरेट कर रहा है, इसकी खबर मिलने के बाद यहां छापा मारकर इस गिरोह पर शिकंजा कसा गया। इस गिरोह से फर्जी आधार कार्ड, दो लैपटॉप, पेन ड्राईव, कलर प्रिंटर, फर्जी स्टाम्प व अन्य फर्जी कागजात जब्त किए गए हैं। इस गिरोह ने अब तक इस फर्जीवाड़े के जरिए 50 बच्चों को एडमिशन दिलाने की जानकारी सामने आई है। ऐसे में इन बच्चों के एडमिशन भी रद्द होने की संभावना तेज हो गई है।